Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Oct, 2017 07:56 PM
भारत के युवा आलराउंडर खिलाड़ी हार्दिक पांड्या किसी ना किसा वजह से चर्चाओं में रहते हैं, चाहे फिर वो मैदान के अन्दर की बात हो यां उनकी अपने जीवन के बारे में। पांड्या इस समय भारतीय टीम के एक बेहतरीन आलराउंडर हैं। उनकी तुलना पूर्व आलराउंडर कपिल देव से...
नई दिल्ली: भारत के युवा आलराउंडर खिलाड़ी हार्दिक पांड्या किसी ना किसा वजह से चर्चाओं में रहते हैं, चाहे फिर वो मैदान के अन्दर की बात हो यां उनके अपने जीवन के बारे में। पांड्या इस समय भारतीय टीम के एक बेहतरीन आलराउंडर हैं। उनकी तुलना पूर्व आलराउंडर कपिल देव से की जाती है। वह अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी के कारण सबके दिलों पर राज करते हैं। पांड्या ने इन दिनों खुलासा किया है कि वो क्यों केवल 9वीं क्लास तक ही पढ़े हैं।
स्कूल वोलो ने अचानक बदल लिया अपना रूख
पांड्या ने बताया कि वह एक बड़े स्कूल में पढ़ते थे जिसकी फीस वह नहीं दे सकते थे। उन्होंने बताया कि स्कूल वालों ने मुझसे कहा था कि वह अगर स्कूल की अंडर-16 टीम में अच्छा प्रर्दशन करेंगे तो उनकी स्कूल की फीस माफ कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि स्कूल वालो ने उनसे यह भी कहा वह केवल अपने खेल पर ध्यान दे और अगर वो अच्छा खेलेगा तो उसे परीक्षा से भी पास कर दिया जाएगा और उनकी पढ़ाई फ्री कर दी जाएगी। पांड्या ने बताया कि वह स्कूल टूर्नामेंट के पहले राउंड में ही बाहर हो गए थे। उन्होंने कहा तब अचानक स्कूल वालों ने अपना रूख बदल लिया और मुझसे स्कूल की फीस मांगने लगे।
साल तक इंतजार करने के बाद छोड़ा स्कूल
उन्होंने कहा कि यह एक प्रीमियम स्कूल था और हम फीस का खर्च नहीं उठा पा रहे थे। पांड्या की घर की आर्थिक हालत कुछ खासा अच्छी नहीं थी। पांड्या ने बताया कि स्कूल वालों ने उसे कहा अगर वो स्कूल की फीस नहीं भरेगा तो उसे अगली क्लास में नहीं भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि हमने एक साल तक इंतजार किया पर उन्होंने मुझे अगली क्लास में भेजने के लिए इंकार कर दिया, इसलिए मैने स्कूल छोडऩा बेहतर समझा। उन्होंने कहा कि उन्हें स्कूल का नाम लेना अच्छा लगेगा, लेकिन वह ऐसा कर नहीं सकते क्योंकि एक क्रिकेटर होने के नाते वह किसी को भी मुफ्त प्रचार नहीं कर सकते।