Sports

नई दिल्ली : भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने शनिवार को कहा कि कोरोना महामारी के बीच ओलंपिक के आयोजन का विरोध होगा लेकिन तोक्यो में खेलों के आयोजन से मजबूत संदेश जायेगा कि हम इस भयावह हालात से आगे निकल चुके हैं। तोक्यो ओलंपिक पिछले साल कोरोना महामारी के कारण एक साल के लिये स्थगित कर दिये गए थे। आईओए अध्यक्ष और अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के सदस्य बत्रा ने उम्मीद जताई कि खेल 23 जुलाई से निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आयोजित होंगे।

उन्होंने कहा कि जिंदगी आगे बढ चुकी है और ओलंपिक के आयोजन से सख्त संदेश जायेगा कि हम कोरोना महामारी से आगे निकल चुके हैं। खेलों का विरोध तो होगा ही लेकिन अब जापान की आयोजन समिति और आईओसी को फैसला लेना है। जहां तक भारतीय खिलाड़ियों का सवाल है तो हम सारे जरूरी एहतियात बरत रहे हैं और अपनी ओर से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की हरसंभव कोशिश कर रहे हैं। इससे एक दिन पहले ही जापान में ओलंपिक के आयोजन के विरोधियों ने याचिका डालकर खेलों को रद्द करने की मांग की।

जापान में कोरोना महामारी की चौथी लहर चल रही है। जापान ने तीन और इलाकों में आपातकाल लागू कर दिया है। बत्रा ने यह भी आश्वासन दिया कि भारत से यात्रा पर लगे प्रतिबंध का ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ियों के भाग लेने पर असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि यह अस्थायी प्रतिबंध है जो कई देशों ने लागू किया है लेकिन ओलंपिक का प्रोटोकॉल अलग होता है जो सदस्य देशों को मानना ही होता है।

उन्होंने कहा कि मैं आश्वासन देता हूं कि ओलंपिक के लिये क्वालीफाई कर चुके भारतीय खिलाड़ियों को कोई परेशानी नहीं आयेगी। आयोजन समिति और आईओसी ने इसकी गारंटी दी है। उनके लिये कोई प्रतिबंध नहीं होगा। भारत सारे प्रोटोकॉल का पालन कर रहा है जिसमें ओलंपिक जाने वाले खिलाड़ियों का समय पर टीकाकरण शामिल है। हम टीकाकरण को लेकर आईओसी और आयोजन समिति के सारे प्रोटोकॉल का पालन कर रहे हैं। अपने खिलाड़ियों की सुरक्षित यात्र्रा को लेकर सरकार से बात कर रहे हैं। हम एक तरफ की चार्टर्ड उड़ान की व्यवस्था की संभावना तलाश रहे हैं ताकि कोई किसी दूसरे के संपर्क में नहीं आए