नई दिल्ली : भारतीय टीम ने टी-20 सीरीज 5-0 से जीतने के बाद वनडे सीरीज में लय गंवा दी है। हैमिल्टन में खेला गया पहला वनडे गंवाने के बाद भारतीय टीम को दूसरे वनडे में भी निराशा का सामना करना पड़ा। न्यूजीलैंड अब तीन मैचों की सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर चुका है। भारतीय टीम की अगर बात करें तो सीरीज के दो मैचों में उनकी कई कमजोरियां सामने आईं। खास तौर पर ओपनिंग क्रम के बल्लेबाजों को एक बार फिर से फेल होने के चलते निंदा का शिकार होना पड़ा। आइए जानते हैं दूसरे वनडे में टीम इंडिया के हार के पांच प्रमुख कारण क्या रहे-
मोहम्मद शमी को मौका न देना
टीम इंडिया ने प्लेइंग-11 में बदलाव करते हुए मोहम्मद शमी को बाहर कर नवदीप सैनी का मौका दिया था। इसी तरह कुलदीप यादव की जगह युवजेंद्र चहल को मौका दिया गया। सैनी ने भले ही बल्लेबाजी में अच्छे हाथ दिखाए लेकिन जहां तक बात डैथ ओवरों में स्टीक गेंदबाजी करने की थी तो वह वहां शमी के अनुभव के आगे फीके पड़ते नजर आए। सैनी ने 10 ओवरों में 48 रन दिए लेकिन उन्हें विकेट कोई नहीं मिला।
आखिरी ओवरों में विकेट न ले पाना
टीम इंडिया की हार का एक बड़ा कारण न्यूूजीलैंड द्वारा पहले खेलते हुए मजबूत स्कोर तक पहुंच जाना भी था। दरअसल, न्यूजीलैंड की टीम ने एक समय 197 रन पर आठ विकेट गंवा दिए थे। तब लगा था कि टीम इंडिया 225 रनों तक कीवी टीम को सिमेट देगी। लेकिन यहां पर रॉस टेलर और एमीसन ने नाबाद 76 रनों की साझेदारी कर स्कोर 273 पर ला खड़ा किया। मुश्किल पिच पर भारत के लिए यह स्कोर काफी बड़ा साबित हुआ।
रॉस टेलर का तोड़ नहीं निकला
टीम इंडिया ने जब न्यूजीलैंड की पहली विकेट चटकाई तो स्कोर 93 रन था लेकिन 142 रन टॉम ब्लंडेल का विकेट गिरने के बाद भारतीय टीम ने जोरदार वापसी की। इस बीच जेम्स नीशम 3 तो ग्रैंडहोम 5 तो चैपमैन 1 रन बनाकर चलते बने। ऐसे समय में न्यूजीलैंड के लिए एक बार फिर से रॉस टेलर काम आए। टेलर ने 74 गेंदों में छह चौके और दो छक्कों की मदद से 73 रन बनाए और न्यूजीलैंड को मजबूत स्कोर तक पहुंच दिया।
भारतीय ओपनिंग फिर हुई फेल
भारतीय टीम ने रोहित और शिखर धवन के चोटिल होने के चलते पृथ्वी शॉ और मयंक अग्रवाल को ओपनिंग की जिम्मेदारी दी थी। लेकिन दोनों प्लेयर बड़ा स्कोर खड़ा करने में नाकाम रहे। पहले वनडे में भले ही दोनों ने 50 से ज्यादा रन की साझेदारी की लेकिन उनमें से कोई बल्लेबाज बड़ा स्कोर नहीं बना पाया। दूसरे वनडे में भी उनके बीच महज 21 रनों की साझेदारी हुई। मयंक 3 रन बनाकर बेनेट की गेंद पर चलते बने।
टी-20 के हीरो वनडे में ढेर
टी-20 सीरीज में भारत की जीत के लिए केएल राहुल और विराट कोहली का बड़ा योगदान रहा था लेकिन वनडे सीरीज में दोनों का बल्ला खामोश सा हो गया है। दूसरे वनडे में कोहली जहां 15 रन बना पाए तो वहीं, केएल राहुल महज 4 रन ही बना पाए।
बोनस में : सिर्फ चहल ही दे पाए फायदा
टीम इंडिया की ओर से बॉलिंग में अगर किसी ने अच्छा प्रदर्शन किया तो वह चहल थे। उन्होंने 10 ओवरों में 58 रन तो दिए लेकिन तीन अहम विकेट चटकाने में भी कामयाब रहे। चहल को साथी जडेजा का भी सहयोग मिला जिन्होंने 35 रन देकर एक विकेट लिया।