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स्पोर्ट्स डेस्क : पूर्व भारतीय स्पिनर अनिल कुंबले ने कहा कि वह कभी समझ नहीं पाए कि उनकी तुलना ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी शेन वाॅर्न से क्यों होती थी। कुंबले ने जिम्बाब्वे के पूर्व तेज गेंदबाज पम्मी मिंगंगवा से इंस्टाग्राम पर लाइव सेशन के दौरान ये बात कही। 

कुंबले ने कहा, इनती विकेटों के साथ खेल को अलविदा करना वास्तव में अद्भुत लगता है। मैंने कभी भी आंकड़ों को लेकर परेशान नहीं हुआ कि मेरा औसत क्या होना चाहिए, मैं पूरे दिन गेंदबाजी करना चाहता था और विकेट लेना चाहता था। मुरली और वार्न के साथ टेस्ट में तीसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज के रूप में समाप्त होना बहुत खास है। हम तीनों एक ही युग में खेले, बहुत सारी तुलनाएं हुईं, मुझे नहीं पता कि लोगों ने मेरी तुलना वॉर्न से क्यों करते हैं। 

पूर्व भारतीय स्पिनर ने कहा कि वार्न वास्तव में अलग और अलग ही जहाज पर सवार रहता था। उन्होंने कहा, ये दोनों लोग किसी भी सतह पर गेंद को स्पिन कर सकते थे इसलिए मेरे लिए वास्तव में मुश्किल हो गई जब उन्होंने मेरी तुलना वॉर्न और मुरली से करनी शुरू कर दी। मैंने उन दोनों को गेंदबाजी करते हुए बहुत कुछ सीखा। भारतीय स्पिनर ने 2008 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी। उन्होंने खेल के सबसे लंबे प्रारूप में 619 विकेटों के साथ संन्यास लिया था। 

गौर हो कि कुंबले श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन (800) और ऑस्ट्रेलिया के शेन वार्न (708) के बाद टेस्ट में तीसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ी हैं। इसी के साथ ही वह इंग्लैंड के जिम लेकर के बाद दूसरे ऐसे इंटरनेशनल गेंदबाज हैं जिन्होंने एक टेस्ट मैच की एक इनिंग में सभी 10 विकेट्स ली हैं। उन्होंने 1999 में दिल्ली के फिरोज शाह कोटला स्टेडियम में पाकिस्तान के खिलाफ यह उपलब्धि हासिल की थी। कुंबले के पास टेस्ट मैच की दूसरी पारी में 26.3 ओवरों में 10-74 के आंकड़े थे। कुंबले इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में किंग्स इलेवन पंजाब को कोचिंग देंगे।