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नई दिल्ली : राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) ने अंडर-23 विश्व चैम्पियनशिप के पदक विजेता का नाम गलती से डोप परीक्षण में नाकाम बताने पर शनिवार को माफी मांगी है। पहलवान रविंदर कुमार पर डोप परीक्षण में नाकाम रहने के कारण शुक्रवार को चार साल का प्रतिबंध लगा दिया गया लेकिन इस पूरे मामले में उस वक्त भ्रम की स्थिति पैदा हो गई जब नाडा ने उसे विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक विजेता बताया, जबकि ऐसा नहीं था।

दरअसल पिछले साल विश्व चैंपियनशिप में रविंदर दहिया ने रजत पदक जीता था। रविंदर दहिया ने कहा कि नाडा ने उनका परीक्षण नहीं किया है। यह भ्रम एक जैसे नाम की वजह से हुआ। रविंदर दहिया ने शुक्रवार को कहा, ‘मैं वो रविंदर नहीं हूं जिसकर जिक्र नाडा कर रहा है। नाडा ने मेरा परीक्षण नहीं किया है। मैंने वायु सेना में काम किया है, पुलिस के साथ नहीं।' नाडा ने शनिवार को सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए अपनी गलती स्वीकार की। नाडा ने कहा, ‘त्रुटि स्पष्टीकरण: आप सभी को यह सूचित करना है कि हाल ही में रविंदर कुमार के खिलाफ डोपिंग रोधी अनुशासन समिति (एडीडीपी) का एक आदेश पोस्ट किया है। यह स्पष्ट करना है कि वह पिछले साल अंडर -23 विश्व चैम्पियनशिप में रजत पदक जीतने वाले रविंदर कुमार नहीं है।'

उन्होंने कहा, ‘यह पहचान में भूल करने की गलती है और हम इसके लिए माफी मांगते है।' इससे पहले शुक्रवार को नाडा के सोशल मीडिया पेज में कहा गया कि डोपिंग में नाकाम रहने वाले पहलवान ने पिछले वर्ष अंडर-23 विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीता है। बाद में इस बयान को वहां से हटा दिया गया। रविंदर का नमूना पिछले साल फरवरी- मार्च में जयपुर में 67वीं अखिल भारतीय पुलिस कुश्ती चैंपियनशिप के दौरान लिया गया था। नाडा ने उन्हें पिछले साल 14 मई को अस्थायी रूप से निलंबित किया था।