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मैकॉय : भारतीय कप्तान मिताली राज ने मंगलवार को यहां पहले महिला एकदिवसीय मैच में ऑस्ट्रेलिया के हाथों नौ विकेट से करारी शिकस्त मिलने के बाद कहा कि टीम को अपनी गेंदबाजी पर ‘काफी मेहनत' करने की जरूरत है। भारतीय टीम बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों विभागों में असरदार प्रदर्शन करने में नाकाम रही, जिसका फायदा उठाते हुए ऑस्ट्रेलिया ने बिना किसी परेशानी के 226 रनों के लक्ष्य का पीछा किया और अपने रिकॉर्ड में सुधार करते हुए लगातार 25वीं जीत दर्ज की। 

मिताली ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘कई बार आपकी योजनाएं काम नहीं करती है और यह मैदान में प्रदर्शन करने के बारे में है। कभी-कभी गेंदबाजों को लय नहीं मिलती है, लेकिन कई बार ऐसा होता है जब आप जानते हैं कि उन्हें लय मिल जाती है लेकिन योजना काम नहीं कर रही है।' उन्होंने कहा, ‘हां, हमें अपनी गेंदबाजी विभाग में काफी सुधार करने की जरूरत है। हम मुख्य रूप से अपने स्पिनरों पर आश्रित हैं लेकिन जब उनके खिलाफ आसानी से रन बन रहे हैं तो हमें इसमें कुछ बदलाव करने की जरूरत है।' 

भारतीय टीम टॉस गंवाने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए 8 विकेट पर 225 रन ही बना सकी और ऑस्ट्रेलिया ने 41 ओवर के अंदर आराम से इस लक्ष्य को हासिल कर लिया। क्रिकेट में 20,000 रन पूरे करने वाली मिताली ने इस बात पर निराशा जताई कि भारतीय बल्लेबाज साझेदारी करने में विफल रहे। उन्होंने कहा, ‘देखिए, जब आप जानते हैं कि ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों की बल्लेबाजी क्रम 250 के करीब का लक्ष्य आसानी से हासिल कर लेगा तो ऐसे में पावर प्ले में दो विकेट गंवाना, वह भी शेफाली (वर्मा) और स्मृति (मंधना) जैसे बल्लेबाजों का आउट होना काफी महंगा पड़ा।' 

भारतीय कप्तान ने कहा, ‘इसलिए, यह महत्वपूर्ण था कि मध्य-क्रम एक साझेदारी कर उसकी भरपाई करें। हमने यास्तिका (भाटिया) के साथ यही किया, लेकिन फिर से हमें निचले-मध्यक्रम में भी जरूरी साझेदारियां नहीं मिलीं।' उन्होंने कहा, ‘हमें निडर क्रिकेट खेलने के बारे में सोचने के बजाय अब (आने वाले मैचों में) साझेदारी करने की जरूरत है। खिलाड़ियों के लिए साझेदारी बनाना जरूरी है और इससे निश्चित रूप से उन्हें निडर होकर खेलने के लिए आत्मविश्वास मिलेगा।' 

लगातार पांचवीं बार अर्धशतकीय पारी खेलने वाली मिताली ने अपनी बल्लेबाजी के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘मैंने हमेशा महसूस किया है, चाहे मैं कितने भी रन बना लूं, सुधार की गुंजाइश हमेशा रहती है और मैं अपने खेल को इसी तरह से जारी रखना चाहती हूं। मुझे पता है कि मैं रन बना रही हूं लेकिन यह टीम के जीतने के लिए पर्याप्त नहीं हैं, इसलिए हमेशा सुधार की गुंजाइश होती है।' खराब स्ट्राइक रेट के कारण आलोचना झेलने वाली इस खिलाड़ी ने कहा, ‘मेरे लिए बल्लेबाजी परिस्थितियों के मुताबिक खेलने के बारे में है, स्ट्राइक रेट के बारे में नहीं।' मिताली ने कहा कि हरमनप्रीत कौर की फिटनेस पर टीम फिजियो ने नजर रखी है। हरमनप्रीत अंगूठे की चोट के कारण पहला मैच नहीं खेल पाई।