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स्पोर्ट्स डेस्क : मीराबाई चानू ने ओलंपिक खेलों की भारोत्तोलन स्पर्धा में पदक का भारत का 21 साल का इंतजार खत्म किया और 49 किग्रा स्पर्धा में रजत पदक जीतकर तोक्यो ओलंपिक में देश का खाता भी खोला। पदक जीतने के बाद मीराबाई चानू ने कहा सभी का धन्यवाद किया और इस पदक को देश को समर्पित किया है। 

मीराबाई ने कहा, ये सपना सच होने जैसा है और मैं ये पदक अपने देश को समर्पित करती हूं और मैं शुक्रिया करना चाहूंगी उन करोड़ों भारतीयों की दुआओं का जो इस सफर में मरे साथ रहे। मैं अपने परिवार को भी धन्यवाद देना चाहूंगी खासकर मेरी मां को जिन्होंने बहुत त्याग किया और मुझ पर भरोसा किया। 

इसी के साथ ही में उन्होंने सरकार, स्पोर्ट्स विभाग, साई, आईओए, वेटलिफ्टिंग फेड्रेशन ऑफ इंडिया और रेलवे ओजीक्यू, स्पोंसर और मार्कटिंग एजेंसी का भी धन्यवाद किया। इसी के साथ ही उन्होंने कोच विजय शर्मा और सपोर्ट स्टाफ का भी धन्यवाद किया जो हार्डवर्क, मोटिवेशन और ट्रेनिंग में सपोर्ट किया। 

गौर हो कि चानू ने क्लीन एवं जर्क में 115 किग्रा और स्नैच में 87 किग्रा से कुल 202 किग्रा वजन उठाकर रजत पदक अपने नाम किया। इससे पहले कर्णम मल्लेश्वरी ने सिडनी ओलंपिक 2000 में देश को भारोत्तोलन में कांस्य पदक दिलाया था।