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नई दिल्ली : सिडनी ओलंपिक (2000) में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय भारोत्तोलक कर्णम मल्लेश्वरी ने शनिवार को उम्मीद जताई की मीराबाई चानू अपने पिछले ओलंपिक के अनुभव का फायदा उठाते हुए 2020 तोक्यो ओलंपिक में देश के लिए पदक जीतेंगी। पूर्व विश्व चैम्पियन मीराबाई तोक्यो ओलंपिक में भारत के लिए पदक जीतने की मजबूत दावेदार है।

ओलंपिक में पदक जीतने वाली देश की पहली महिला खिलाड़ी ने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि मीराबाई चानू इस साल ओलंपिक में बहुत अच्छा प्रदर्शन करेगी। उसने पिछले ओलंपिक से काफी कुछ सीखा है, मैं इस बात को लेकर लगभग आश्वस्त हूं कि वह इस बार पदक जीतेगी।' मल्लेश्वरी ने कहा कि अब जूनियर स्तर पर भारोत्तोलकों को अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में काफी मौके मिल रहे है जबकि 20 साल पहले स्थिति ऐसी नहीं थी।

उन्होंने कहा, ‘अब भारत में भारोत्तोलकों के लिए बहुत सारी प्रतियोगिताएं होती है। युवा, जूनियर और सीनियर भारोत्तोलन प्रतियोगिता का आयोजन होता है। जब हम जूनियर वर्ग में खेलते थे तब विदेशी टूर्नामेंटों में भाग लेने का मौका नहीं मिलता था। उन्होंने कहा, ‘अब एथलीटों के पास युवा ओलंपिक में भी भाग लेने का मौका होता है। भारतीय खिलाड़ियों को विदेश जाने का मौका मिल रहा है जिससे उन्हें काफी फायदा हो रहा है।' 

जनवरी में खेलो इंडिया युवा खेलों की सफल मेजबानी करने के बाद भारत सरकार ने 22 फरवरी से एक मार्च तक भुवनेश्वर में खेलो इंडिया विश्वविद्यालय खेलों का आयोजन करने का फैसला किया है और मल्लेश्वरी का मानना ​​है कि अगर खिलाड़ी अधिक टूर्नामेंट खेलते हैं तो वे बेहतर होंगे। उन्होंने कहा, ‘एथलीट को जितना अधिक टूर्नामेंटों में खेलने का मौका मिलता है वह उतना बेहतर होता है। जब हम युवा थे तो पूरे साल प्रशिक्षण के बाद सिर्फ एक राष्ट्रीय और एक अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में खेलने का मौका मिलता था।'