नई दिल्ली : भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह और महिला टीम की कप्तान रानी ने दुनिया भर में बसते भारतीय हॉकी प्रशंसकों के नाम पत्र लिख टोक्यो ओलंपिक खेलों 2020 के दौरान हौसला और प्यार देने के लिए उनका आभार जताया है। दोनों ने पत्र में लिखा- टोक्यो 2020 में हमारे अभियान के दौरान प्रशंसकों का समर्थन हमारे लिए बहुत मायने रखता है। एक यादगार टूर्नामेंट और सोमवार को दिल्ली पहुंचने पर शानदार स्वागत के बाद हम अपने-अपने घरों में पहुंच गए हैं। देश भर से और यहां तक कि विदेशों से हमें जो प्यार और समर्थन मिला उसका शुक्रिया अदा करने के लिए हमारे पास शब्द नहीं हैं। यह सच में एक लाइफटाइम अनुभव रहा है और हम इसे हमेशा संजो कर रखेंगे।
जब हम जीते तो आपने जश्न मनाया
मनप्रीत और रानी ने लिखा- हम अपने प्रत्येक प्रशंसक को धन्यवाद देना चाहते हैं, जिसने हर कदम पर दोनों टीमों का समर्थन किया। हम जानते हैं कि आप हमें खेलते हुए देखने के लिए जल्दी जागे, आपने हर तरह से हमारा समर्थन किया, जब हम जीते तो आपने जश्न मनाया और जब हम हार गए तो आप हमारे साथ रोए। आपसे बिना शर्त समर्थन मिला है और हम उम्मीद करते हैं कि आप आगामी ओलंपिक चक्र में भी हमारा समर्थन करते रहेंगे।
हमने उतार-चढ़ाव देखे, लेकिन हार नहीं मानी
हॉकी कप्तानों ने पत्र में कहा कि ऐतिहासिक ओलिम्पिक खेलों टोक्यो 2020 का अभियान पांच साल की कड़ी मेहनत, समर्पण और काफी बलिदानों की पराकाष्ठा था। हमें पता था कि यह बिल्कुल भी आसान नहीं होने वाला है। हमने काफी उतार-चढ़ाव देखे, लेकिन हमने कभी हार नहीं मानी। हम ध्यान केंद्रित कर रहे थे और हमने प्रत्येक मैच में मैदान पर अपना सब कुछ दे दिया ताकि यह दिखाया जा सके कि हम निडर हैं और दुनिया की किसी भी टीम को हरा सकते हैं। टीम के सपोर्ट स्टाफ, ओडिशा सरकार, हॉकी इंडिया, भारतीय खेल प्राधिकरण (एसएआई) और युवा मामले एवं खेल मंत्रालय के निरंतर समर्थन और मदद के बिना हमारी उपलब्धि संभव नहीं हो सकती थी। हम सभी का पूरी यात्रा में मदद करने और प्रोत्साहित करने के लिए धन्यवाद करते हैं।
हमारे सामने अब बड़े टूर्नामेंट आ रहे हैं
मनप्रीत और रानी ने कहा कि हमारे सामने बड़े टूर्नामेंट आ रहे हैं और अभी हम कुछ हफ्तों के लिए ब्रेक पर हैं। इन पिछले कुछ हफ्तों में हमें जो समर्थन और प्रोत्साहन मिला है, उसने हमें देश का नाम रौशन करने के लिए पहले से कहीं अधिक प्रेरित किया है और हमने इस ओलिम्पिक चक्र में आने वाले एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी, राष्ट्रमंडल खेलों, एशियाई खेल, एशिया कप, एफआईएच हॉकी प्रो लीग और एफआईएच पुरुष एवं महिला विश्व कप जैसे टूर्नामेंटों पर मजबूती से अपनी निगाहें गड़ाई हैं। यह भारतीय हॉकी में एक नए युग की शुरुआत का प्रतीक है और हमें उम्मीद है कि हमारा प्रदर्शन और लड़ाई की भावना युवा खिलाडिय़ों और अगली पीढ़ी को प्रेरित करेगी। हम यह भी वादा करते हैं कि हम आप सभी को फिर से गौरवान्वित करने के लिए कड़ी मेहनत करते रहेंगे।