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स्पोर्ट्स डेस्क: 'रन मशीन' बन चुके भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली के पास फिर से वो करिश्मा दोहराने का माैका है, जो 82 साल पहले पूर्व आॅस्ट्रेलियाई कप्तान डाॅन ब्रैडमैन ने दोहराया था। यह करिश्मा है 5 टेस्ट मैचों की सीरीज के शुरूआती दो मैच गंवाने के बावजूद सीरीज पर कब्जा करना। 
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साल 1936-37 में इंग्लैंड की टीम आॅस्ट्रेलिया में 5 टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने गई थी। सीरीज के पहले दो मैचों में इंग्लैंड ने जीत फतह की, लेकिन आखिरी तीन मैचों में ब्रैडमैन की सूझबूझ आैर हैरान कर देने वाली बल्लेबाजी की बदाैलत आॅस्ट्रेलिया ने आखिरी तीनों मैच जीत लिए आैर इस तर 3-2 से सीरीज पर कब्जा किया। 

ब्रैडमैन ने किया था गजब प्रदर्शन
आॅस्ट्रेलिया को वापसी करवाने में एक कप्तान के रूप में ब्रैडमैन ने अहम भूमिका निभाई थी। इंग्लैंड ने पहला मैच 322 आैर दूसरा 22 रनों से जीता, लेकिन आॅस्ट्रेलिया ने आखिरी तीन मैच 365, 148 आैर 200 रनों से अपने नाम कर लिए। ब्रैडमैन ने मेलबर्न में हुए तीसरे मैच में 270 रनों की, जबकि एडिलेड में हुए चाैथे टेस्ट में 212 रन बनाए। सीरीज के अंतिम व निर्णायक मैच में भी ब्रैडमैन ने 169 रनों की पारी खेली आैर टीम को सीरीज का खिताब दिलाया। 
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कोहली को भी करना होगा ऐसा
वहीं भारत 1-2 से सीरीज में पीछे है। यदि सीरीज पर कब्जा करना है तो भारत को हर हाल में आखिरी 2 मैच जीतने होंगे। अगर कप्तान कोहली दोनों मैच टीम को जीता देते हैं तो वह ब्रैडमैन के बाद दूसरे ऐसे कप्तान बन जाएंगे, जिन्होंने 1-2 से पिछड़ने के बावजूद सीरीज पर 3-2 से कब्जा किया हो। तीसरे टेस्ट में जिस फाॅर्म में टीम इंडिया नजर आई, उसे देख लगता है कि इंग्लैंड को हराना भारत के लिए ज्यादा मुश्किल नहीं होगा। टीम के साथ-साथ कोहली भी अच्छी फाॅर्म में हैं। उन्होंने तीसरे टेस्ट में 97 व 103 रनों की पारियां खेलीं, जिसकी बदाैलत भारत 203 रनों से जीत दर्ज करने में कामयाब रहा।
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