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पर्थ: ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान एलेन बॉर्डर ने विराट कोहली की आक्रामकता का बचाव करते हुए कहा है कि क्रिकेट को उनके जैसे खिलाडिय़ों की जरूरत है जो मैदान पर जज्बाती रहते हैं। बॉर्डर ने कहा, ‘हमारे खेल में इस तरह के ज्यादा लोग नहीं है। पेशेवरपन से यह कुछ हद तक कम हो गया है।’ ऑस्ट्रेलिया में मौजूदा टेस्ट श्रृंखला के दौरान आक्रामक जश्न मनाने के लिए माइक हस्सी, मिशेल जाॅनसन और संजय मांजरेकर ने कोहली की निंदा की है ।
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ऑस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पेन के साथ कोहली की बहस भी हो गई थी। बॉर्डर ने कहा, ‘मैने किसी कप्तान को उसकी टीम के विकेट लेने पर ऐसे जश्न मनाते नहीं देखा। यह जरूरत से ज्यादा है लेकिन अच्छा भी है। उसमें जुनून है।’ उन्होंने यह भी कहा कि वह विदेशी सरजमीं पर जीतकर अपनी छाप छोडऩा चाहता है। उन्होंने कहा, ‘वह घर से बाहर जीतने को इतना बेकरार है और वाकई नंबर वन रैंकिंग का हकदार है। बतौर कप्तान यह आपकी असली परीक्षा है।’ बॉर्डर ने कहा, ‘वह टीम को नंबर वन बनाने में कामयाब रहा है लेकिन कप्तान की असली पहचान अपने देश से बाहर मिली जीत से होती है। वह इस कमी को पूरा करना चाहता है।’

लीमैन ने भी कोहली का बचाव किया
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लीमैन का मानना है कि ‘कोहली काफी जुनूनी है। मैदान पर वह ऐसे ही रहता है और हमेशा ऐसे ही रहेगा। वह जल्दी उत्तेजित हो जाता है। वह हमेशा जीतना चाहता है और चुनौतियां उसे पसंद है।’ उन्होंने कहा, ‘वह सिर्फ अपने लिए नहीं , देश को जीतते देखना चाहता है। इस तरह की छींटाकशी में कोई बुराई नहीं है।’ लीमैन ने कहा, ‘कोहली या टिम पेन किसी ने भी सीमारेखा पार नहीं की। यह अच्छी छींटाकशी थी और स्टम्प माइक के कारण सुनने में मजा आया।’ उन्होंने कहा, ‘अपना खेल दिखाओ और यह सुनिश्चित करो कि यह निजी नहीं है और खेल को खेल भावना से खेलो। मुझे यकीन है कि मैच के बाद या श्रृंखला के बाद सब ठीक हो जायेगा।’ लीमैन गेंद से छेडख़ानी विवाद के समय ऑस्ट्रेलिया के कोच थे जिसके बाद उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया। उसके बाद से ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट विवाद के घेरे में है लेकिन उनका कहना है कि पर्थ में मिली जीत इस नई टीम के लिए निर्णायक मोड़ हो सकती है ।