जालन्धर : भारतीय टीम जब एंटीगुआ के मैदान पर विंडीज की टीम के खिलाफ पहला टैस्ट खेलने के लिए वीरवार के दिन उतरेगी तो कप्तान विराट कोहली के लिए सबसे बड़ी दुविधा सही प्लेइंग-11 चुनना होगा। शिखर धवन के टैस्ट टीम से बाहर होने के कारण ओपङ्क्षनग के लिए 3 बड़े दावेदार है। इनमें से किसी दो को ही मौका मिलना है अन्यथा तीसरा अपने आप बाहर हो जाएगा।
इसी तरह मध्यक्रम में रिषभ पंत, विद्धमान साहा और हनुमा विहारी को लेकर पेच अड़े हुए हैं। हनुमा ने प्रैक्टिस मैच में अच्छा खेल दिखाया था। ऐसे में साहा और पंत में से किसी एक को बाहर बिठाना होगा।
वहीं, स्पिन कैटेगिरी में भी 3-3 दावेदार हैं। अश्विन, कुलदीप और जडेजा में से किसी पहले मौका मिलेगा यह कहना मुश्किल है। वहीं, तेंज गेंदबाजी की अगर बात करें तो शमी, ईशांत, बुमराह और उमेश यादव में से किसे वरीयता देनी चाहिए, यह सोचना भी कप्तान कोहली के लिए चुनौती होगी। विंडीज टीम का टैस्ट क्रिकेट में हालिया दिनों में प्रदर्शन अच्छा नहीं है। ऐसे में एक कयास यह भी है कि कप्तान कोहली यंग ब्रिगेड को मौका दे सकती है। लेकिन विंडीज दौरे पर यह रिस्क लेने से भी कोहली को हिचकिचाहट हो सकती है।
टीम इंडिया रिस्क लेने की स्थिति में नहीं
भले ही टीम इंडिया विंडीज टीम के आगे मजबूत दिख रही हैं लेकिन मेजबान टीम ऊलटफेर करने का माद्दा रखती है। अभी कुछ महीने पहले ही विंडीज का दौरा करने वाली इंगलैंड टीम को टैस्ट सीरीज में यहां करारी हार झेलनी पड़ी थी। वैस्टइंडीज टीम के कप्तान जेसन होल्डर ने तब दोहरा शतक जड़कर टीम को लीड दिलवाई थी। इस दौरान इंगलैंड के प्लेयर बीच पर अठखेलियां करने को लेकर विवाद को शिकार भी हुए थे। टीम इंडिया को ऊलटफेर से बचने के लिए सतर्क रहना होगा।