Sports

स्पोर्ट्स डेस्क : कश्मीरी एथलीट दानिश मंजूर की खुशी का ठिकाना नहीं है। उन्हें यह विश्वास नहीं हो रहा है कि इंटरनेशनल ताइक्वांडो इवेंट में भारत का प्रतिनिधित्व करने का उनका सपना साकार हो गया है। दानिश हाल ही में ओलंपिक-रैंकिंग ताइक्वांडो इवेंट को होस्ट करने वाले प्राचीन इजराइली शहर रमला पहुंचे हैं। अपने सपने की प्रतियोगिता में पहुंचने के बाद दानिश ने भारत के अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, कू ऐप का जमकर आभार जताया है कि इसके माध्यम से ही उनकी इच्छा सुनी गई और उन्हें गैर-सरकारी संगठन हेल्प फाउंडेशन से स्पॉन्सरशिप मिली। 

दानिश लंबे समय से 58 किग्रा भारवर्ग में भारत का प्रतिनिधित्व करने की ख्वाहिश लिए बैठे थे। लेकिन इस दौरान अपनी यात्रा और वहां रहने के खर्च को पूरा करने के लिए पैसे की कमी के चलते वे काफी हताश थे। काफी ज्यादा परेशान होने के बाद उन्होंने एक और कोशिश की।  

इस पर दानिश ने सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हुए वित्तीय सहायता के लिए मदद मांगी। उनका यह संदेश जम्मू-कश्मीर स्थित हेल्प फाउंडेशन तक पहुंचा और उनकी मुराद पूरी हो गई। यह एनजीओ स्वास्थ्य, शिक्षा, खेल, पुनर्वास आदि में मदद मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध है। 

स्पॉन्सरशिप मिलने के बाद दानिश मंजूर ने कहा- मैं मेरे कोच, अतुल पंगोत्रा महोदय का भी मेरा मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद करता हूं। मैं अभी-अभी इजराइल पहुंचा हूं और अपने देश को गौरवान्वित करने की पूरी कोशिश करूंगा। कृपया सपोर्ट करते रहें। जय हिन्द।” 

कश्मीर के बारामूला निवासी दानिश ने कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान घर से ताइक्वांडो का अभ्यास करना शुरू कर दिया। वर्ष 2021 टोकी मेमोरियल ओपन ताइक्वांडो चैम्पियनशिप में उन्हें 'सर्वश्रेष्ठ पुरुष एथलीट' चुना गया और उन्होंने रजत पदक अपने नाम किया। 

हेल्प फाउंडेशन एनजीओ ने अपनी पोस्ट में लिखा, भारत में एक उभरते सितारे का समर्थन करने से बेहतर हम और क्या कर सकते हैं। इस मंच के लिए कू स्पोर्ट्स हिंदी और कू आधिकारिक को बहुत-बहुत धन्यवाद जिसने हमें भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए दानिश मंजूर को सपोर्ट करने का अवसर दिया है। ऑल द बेस्ट, दानिश।