खेल डैस्क : भारतीय टीम को 1983 में विश्व कप जितवाने वाले कप्तान कपिल देव ने मुंबई इंडियंस की प्लेइंग-11 में जगह बनाने के लिए पिछले दो साल से संघर्ष कर रहे अर्जुन तेंदुलकर को अहम सलाह दी है। उन्होंने कहा है कि अर्जुन कोअपनी गेम का पूरा लुत्फ उठाना चाहिए। उसे पिता के बड़े नाम का दबाव नहीं लेना चाहिए। कपिल ने कहा कि अर्जुन के ऊपर इसलिए दबाव है क्योंकि वो सचिन तेंदुलकर के बेटे हैं और इसीलिए लोग उनके बारे में इतनी बातें कर रहे हैं।
कपिल ने कहा- लोगों से चाहिए कि वह अर्जुन पर दबाव ना बनाएं। अर्जुन को अपना खेलने दीजिए और सबसे पहले सचिन के साथ उनकी तुलना करना बंद कीजिए। तेंदुलकर का नाम जुडऩे का फायदे भी हैं और नुकसान भी हैं। डॉन ब्रेडमैन के बेटे ने अपना नाम चेंज कर लिया था क्योंकि अपने पिता के सरनेम का दबाव वो नहीं झेल सकते थे। इसीलिए उन्होंने अपना सरनेम ही बदल लिया था। अर्जुन तेंदुलकर को कुछ साबित करने की जरूरत नहीं है, उसे सिर्फ अपनी गेम का लुत्फ लेने की जरूरत है। वो एक युवा खिलाड़ी हैं। सचिन तेंदुलकर जैसा महान खिलाड़ी उनका पिता है। उन्हें कुछ बताया नहीं जा सकता।
बता दें कि अर्जुन तेंदुलकर पिछले दो साल से मुंबई इंडियंस के साथ जुड़े हुए हैं। लेकिन उन्हें खेलने का मौका नहीं मिल पा रहा। बीते दिनों मुंबई के कोच शेन बॉन्ड ने अर्जुन की फिटनेस पर अहम खुलासे किए थे। उन्होंने कहा था कि अर्जुन के लिए अनुभवहीनता बड़ा मुद्दा है। उन्होंने गेंदबाजी पर काफी मेहनत की है लेकिन ट्वंटी-20 जैसे फॉर्मेट पर आपको अपनी बल्लेबाजी और खास तौर पर फील्डिंग पर भी ध्यान देने की जरूरत होती है।