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गोल्ड कोस्ट : भारतीय बल्लेबाज जेमिमा रोड्रिग्स ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ रद्द हुए पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में नाबाद 49 रन की पारी खेलकर वापसी की और उनका कहना है कि खराब सत्र के दौरान उनके दिमाग में काफी चीजें चल रही थीं लेकिन शुरूआती ‘द हंड्रेड' टूर्नामेंट ने उन्हें फार्म में लौटने में मदद की। ‘द हंड्रेड' में नार्दर्न सुपर चार्जर्स के लिए खेलते हुए जेमिमा ने तीन अर्धशतक जड़े जिससे उन्हें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू श्रृंखला और इंग्लैंड के खिलाफ उसकी सरजमीं पर हुई श्रृंखला में मिली असफलता से खोया आत्मविश्वास हासिल करने में मदद मिली।

जेमिमा ने 36 गेंद में सात चौके जड़ित पारी खेलने के बाद कहा कि इसमें सीखने को काफी कुछ मिला लेकिन यह मेरे लिए आसान समय नहीं था। टीम से बाहर बैठने के दौरान काफी चीजें दिमाग में चलती रहती थीं, काफी संशय बना हुआ था लेकिन मैं आभारी हूं कि इस टीम का हिस्सा बनी। अगर ‘द हंड्रेड' नहीं होता तो मुझे लगता है कि मेरा भारत के लिए खेलने के लिए चयन नहीं हो पाता। 

यह 21 साल की खिलाड़ी टेस्ट और वनडे टीम में नहीं चुने जाने की निराशा को नहीं छुपा सकी। उन्होंने कहा कि ईमानदारी से कहूं तो कोई भी खिलाड़ी वनडे के लिये नहीं चुने जाने पर निराश होगा जबकि मैं जानती थी कि मैं अच्छी बल्लेबाजी कर रही थी और अच्छी फार्म में थी। लेकिन अंत में, टीम जो चाहती है, मैं वो करने के लिये तैयार हूं। अगर टीम सही संतुलन ढूंढ रही थी तो मैं बाहर बैठकर खुश हूं।