Sports

जालन्धर : रशिया में फीफा फुटबॉल विश्व कप का खुमार अब सर चढ़कर बोलने लगा है। टूर्नामैंट के दूसरे दिन जहां क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने हैट्रिक लगाकर चर्चा बटोरी तो तीसरे दिन लियोनेल मैसी सीधी पैनल्टी चूक जाने के कारण सोशल साइट्स पर काफी समय तक ट्रोल हुए। अब टूर्नामैंट के चौथे दिन भी बड़ा ऊलटफेर हुआ है। ब्राजील में 2014 में हुए पिछले फुटबॉल विश्व कप की चैम्पियन जर्मनी का मैक्सिको के साथ ओपनिंग मैच था। जिसमें उसे 0-1 से हार झेलनी पड़ी। हार के कारण सबसे ज्यादा निंदा जर्मनी के खिलाडिय़ों की बजाय कोच लोम को झेलनी पड़ी। क्योंकि जर्मनी ने जब लोम को कोच बनाया था तो उन्हें सबसे ज्यादा कीमत दी थी। लेकिन पहले ही मैच में जर्मनी की ऐसी हार से लोम की क्षमता पर भी सवाल उठने लगे हैं। हालांकि गत चैम्पियन की विश्व कप के दौरान कभी भी वापसी आसान नहीं रहती।
आंकड़ें बताते हैं कि विश्व कप जीतने वाली टीम अगले विश्व कप में ज्यादातर ग्रुप स्टेज से ही आगे नहीं बढ़ पाती। यह सिलसिला 1998 से चला आ रहा है। 98 में फ्रांस ने विश्व कप जीता था। इस कारण उन्हें 2002 में हुए विश्व कप में  एंट्री मिल गई थी। लेकिन फ्रांस इस विश्व कप में ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गया था।
2006 में इटली की टीम ने विश्व कप जीता था। लेकिन 2010 में वह भी ग्रुप स्टेज से आगे नहीं बढ़ पाई थी। इसके बाद 2010 का विश्व कप जीतने वाले स्पेन भी 2014 में ग्रुप स्टेज में हार गई थी। अब जर्मनी फुटबॉल टीम की इज्जत दांव पर लगी हैं। जर्मनी ने 2014 का विश्व कप जीता था लेकिन मौजूदा विश्व कप में जीत फॉर्म में जर्मनी चल रहा है उससे कहीं भी उम्मीद नहीं लगाई जा सकती कि वह ग्रुप स्टेज से आगे बढ़ पाएगा।