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जयपुर : केन विलियमसन की अर्धशतकीय पारी और कुशल कप्तानी, गेंदबाजों के अनुशासित प्रदर्शन और क्षेत्ररक्षकों के फुर्तीले रवैये के दम पर सनराइजर्स हैदराबाद ने राजस्थान रायल्स को 11 रन से हराकर आईपीएल-11 में अपना विजय अभियान जारी रखा। विलियमसन (43 गेंदों पर 63 रन) और एलेक्स हेल्स (39 गेंदों पर 45 रन) के बीच दूसरे विकेट के लिये 92 रन की साझेदारी के बावजूद पहले बल्लेबाजी का फैसला करने वाला सनराइजर्स सात विकेट पर 151 रन ही बना पाया। रायल्स के लिए यह स्कोर भी बड़ा साबित हो गया। 

कप्तान अंजिक्य रहाणे (53 गेंदों पर नाबाद 65 रन) पारी का आगाज करने के बाद आखिर तक क्रीज पर टिके रहे लेकिन वह किसी भी समय खुलकर नहीं खेल पाये। संजू सैमसन (30 गेंदों पर 40 रन) ने शुरू में जरूर हाथ खोले। सनराइजर्स की कसी हुई गेंदबाजी के सामने बाकी बल्लेबाज भी नहीं चले और रायल्स आखिर में छह विकेट पर 140 रन ही बना पाया। सनराइजर्स की यह लगातार तीसरी और कुल आठ मैचों में छठी जीत है और अब वह 12 अंक के साथ अंकतालिका में शीर्ष पर पहुंच गया है। रायल्स की यह सात मैचों में चौथी हार है और उसके छह अंक हैं।

दोनों टीमों के गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया। सनराइजर्स के लिये सिद्धार्थ कौल ने 23 रन देकर दो विकेट लिये जबकि संदीप शर्मा ने चार ओवर में केवल 15 रन देकर एक विकेट हासिल किया। बासिल थम्पी (दो ओवर में 26 रन) को छोड़कर उनके प्रत्येक गेंदबाज का इकोनोमी रेट आठ से कम रहा।

उधर रायल्स के गेंदबाजों ने भी आखिरी पांच ओवर में केवल 31 रन दिये और इस बीच चार विकेट लिये। उसकी तरफ से तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर (26 रन देकर तीन) और आफ स्पिनर कृष्णप्पा गौतम (18 रन देकर दो विकेट) सबसे सफल गेंदबाज रहे। रायल्स के बल्लेबाजों को रन बनाने के लिये जूझना पड़ा। वह तो सैमसन थे जिनकी बदौलत टीम पावरप्ले तक 43 रन पर पहुंचने में सफल रही। राहुल त्रिपाठी (चार) के तीसरे ओवर में आउट होने के बाद क्रीज पर उतरे सैमसन ने थम्पी के अगले ओवर में दो चौके और मिडविकेट पर छक्का लगाया।

रहाणे इससे पहले तक सैमसन की पारी के दर्शक बने रहे। इन दोनों के बीच दूसरे विकेट के लिये 59 रन की साझेदारी में रहाणे का योगदान 18 रन था। सैमसन के मिडविकेट पर कैच थमाने से यह साझेदारी टूटी। इंग्लैंड के दोनों धुरंधर बेन स्टोक्स (शून्य) और जोस बटलर (दस) आते ही पवेलियन लौट गये। इस सत्र में पहली बार गेंदबाज कर रहे यूसुफ पठान ने स्टोक्स का लेग स्टंप हिलाया जबकि राशिद खान ने बटलर को लांग आफ पर कैच देने के लिये मजबूर किया।

रहाणे ने एक छोर संभाले रखा लेकिन वह अपेक्षित तेजी से रन नहीं बना पाये। उन्होंने 42 गेंदों पर अर्धशतक पूरा करने के बाद राशिद पर स्क्वायर लेग पर छक्का जड़कर अपना पहला बड़ा शाट खेला। इसके बावजूद अंतिम दो ओवरों में रायल्स को 27 रन की दरकार थी। ऐसे में सनराइजर्स ने काबिलेतारीफ क्षेत्ररक्षण किया। मनीष पांडे ने महिपाल लोमरोर के छक्के को रोका तो ऋद्धिमान साहा ने हवा में लहराकर उनका कैच लिया। आखिरी ओवर में 21 रन चाहिए थे लेकिन थम्पी ने केवल एक रन दिया।

इससे पहले सनराइजर्स ने के स्टार बल्लेबाज शिखर धवन (छह) की खराब फार्म जारी रही। पहले दो मैचों में 78 और 45 रन की पारियां खेलने वाला बायें हाथ का यह बल्लेबाज पिछले पांच मैचों में केवल 29 रन बना पाया है। धवन के पारी के दूसरे ओवर में ही गौतम पर स्वीप करने के प्रयास में बोल्ड हो गये। विलियमसन भी जल्द पवेलियन लौट जाते लेकिन जब वह 11 रन पर थे तब राहुल त्रिपाठी ने स्लिप में उनका आसान कैच छोड़ा।

सनराइजर्स ने पावरप्ले के पहले छह ओवरों में 39 रन बनाये जबकि दस ओवर के बाद उसका स्कोर एक विकेट पर 70 रन था। इसके बाद विलियमसन ने पारी रूख मोडऩे की सफल कोशिश की। जयदेव उनादकट पर 11वें ओवर में तीन चौके और लांग आफ पर लगाया गया लाजवाब छक्का इसका सबूत हैं। विलियमसन ने 32 गेंदों पर इस सत्र का चौथा और टी20 करियर का 21वां अर्धशतक पूरा किया। स्वाभाविक था कि हेल्स पर भी बड़े शाट खेलने का दबाव था लेकिन वह गौतम की फ्लाइट को समझने में नाकाम रहे और प्वाइंट पर आसान कैच दे बैठे। हेल्स ने अपनी पारी में चार चौके लगाए।         

आईपीएल में अपना पहला मैच खेल रहे न्यूजीलैंड के लेग स्पिनर ईश सोढ़ी ने इस टूर्नामेंट में अपना पहला विकेट अपनी राष्ट्रीय टीम के कप्तान विलियमसन के रूप में लिया जिनका विकेटकीपर जोस बटलर ने खूबसूरत कैच लिया। विलियमसन की पारी में दो छक्कों के अलावा सात चौके भी शामिल हैं। अब डेथ ओवरों में सनराइजर्स के दो नये बल्लेबाज क्रीज पर थे। आर्चर ने शाकिब अल हसन (छह) को इनसिं्वग यार्कर पर बोल्ड किया और यूसुफ पठान (दो) को थर्ड मैन पर कैच देने के लिये मजबूर किया। मनीष पांडे (16 गेंदों पर 17 रन) भी लंबे शाट लगाने के लिये जूझते रहे। ऋद्धिमान साहा 11 रन बनाकर नाबाद रहे।