Sports

जालन्धर: जयपुर के मैदान पर चेन्नई की टीम ने भले ही राजस्थान को आखिरी ओवर में हरा दिया। लेकिन मैच दौरान धोनी का मैदानी अंपायरों पर आपा खोना चर्चा का विषय बन गया। दरअसल चेन्नई की टीम को आखिरी ओवर में 16 रन चाहिए थे। 20वें ओवर की चौथी गेंद पर सैंटनर ने एक ऊंची उठती बॉल को हिट कर दो रन ले लिए। यहां खास बात यह रही कि मैदानी अंपायर ने पहले बॉल की हाइट देखकर नो बॉल का इशारा किया। लेकिन बाद में इसे कैंसिल कर दिया।

मैदानी अंपायर का फैसला देख धोनी से रहा न गया। वह मैदान में पहुंच गए। दर्शकों ने उन्हें अर्से बाद अंपायरों पर आपा खोते हुए देखा। उन्होंने मैदानी अंपायर को ईशारा किया अगर आप पहले नो बॉल का सिग्रल दे रहे थे तो इसे कैंसिल क्यों कर रहे हैं। आखिर खूब गहमागहमी के बाद फैसला हुआ कि गेंद नो बॉल नहीं है। हालांकि चेन्नई की किस्मत अच्छी थी। उन्होंने आखिरी गेंद पर छक्का मारकर मैच जीत लिया।

PunjabKesari

धोनी पर लगा 50 प्रतिशत जुर्माना

इस मुकाबले में अंपयरों से बीच मैदान बहस करने के चलते धोनी को कड़ी सजा मिली। अंपायर के निर्णय का विरोध करने के चलते धोनी को उनकी मैच का फीस का 50 प्रतिशत हिस्सा जुर्माने के तौर पर देना होगा। धोनी के इस रवैये को इंडियन टी-20 लीग के कोड ऑफ कंडक्ट के खिलाफ माना गया है। उन्होंने लेवल 2 के अपराध 2.20 का उल्लंघन किया है, जिसके चलते उन पर जुर्माना लगाया गया है। धोनी ने अपना अपराध कबूल भी कर लिया है।


PunjabKesari
बेंगलुरु के कप्तान कोहली ऐसे मौके पर चूक गए थे 

गौर हो कि बीते दिनों बेंगलुरु और मुंबई के बीच भी ऐसा ही करीबी मैच हुआ था। मुंबई ने यह मुकाबला आखिरी ओवर की आखिरी गेंद पर जीता था। टीवी रिप्ले में देखा गया कि मुंबई के गेंदबाज लासिथ मलिंगा की आखिरी गेंद नो बॉल थी। यह देखकर बेंगलुरु के कप्तान इस पर खूब बरसे थे। उन्होंने अंपायर को आंखें तक खोलकर अंपायरिंग करने की नसीहत दे दी थी।

PunjabKesari