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जालन्धर : आईपीएल-11 जैसे-जैसे आगे बढ़ता जा रहा है, रोमांचक मैचों की झड़ी लगनी शुरू हो गई है। हैदराबाद के स्टेडियम में हैदराबाद सनराइजर्स और मुंबई इंडियंस के बीच खेला गया मैच भी कुछ ऐसा ही था। टॉस जीतकर पहले खेलने उतरी मुंबई केवल 147 रन ही बना सकी। हैदराबाद के लिए यह लक्ष्य आसान था। शिखर धवन और विद्धिमान साहा ने अपनी टीम को जोरदार शुरुआत भी दी। लेकिन टीम को स्कोर जैसे ही 100 तक पहुंचा, चार अहम विकेट गिर चुके थे। धीरे-धीरे विकेट गिरने का सिलसिला जारी रहा। आखिरी गेंद तक खींचे इस मैच में हैदराबाद को एक गेंद पर एक रन की ही जरूरत थी। तभी स्टेनलेक ने ऊंचा शॉट मारा जो 30 गज में खड़े फील्डरों से दूर जा गिरा। जब तक मुंबई के फील्डर बाल उठाते, क्रिकेट फैंस ने जश्न मनाना शुरू कर दिया था। क्योंकि हैदराबाद की शानदार जीत हो चुकी थी।

इससे पहले हैदराबाद ने टॉस जीतकर मुंबई को बल्लेबाजी का न्यौता दिया था। तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार की अनुपस्थिति के बावजूद सनराइजर्स हैदराबाद के गेंदबाजों ने कहीं भी उनकी कमी नहीं खलने दी और मुंबई बड़ा स्कोर नहीं खड़ा कर पाई। अफगानिस्तानी लेग स्पिनर राशिद खान सबसे किफायती रहे जिन्होंने चार ओवर में 13 रन देकर एक विकेट झटका, उन्होंने 18 डॉट गेंद फेंकी। 

सिद्धार्थ कौल, बिली स्टैनलेक और ‘भुवी’ की जगह शामिल हुए संदीप शर्मा को दो दो विकेट मिले जबकि शाकिब अल हसन ने एक विकेट हासिल किया। मुंबई इंडियंस की शुरूआत अच्छी नहीं हुई, उसने दूसरे ही ओवर में अपने कप्तान रोहित शर्मा (11) का विकेट गंवा दिया जो फिर से टीम के लिए पारी का आगाज करने में विफल रहे। स्टैनलेक की ओवर की अंतिम गेंद पर शाकिब अल हसन ने स्क्वायर लेग से डाइव करते हुए उनका कैच लपका।  

टीम ने छठे ओवर और सिद्धार्थ कौल के पहले ही ओवर में ईशान किशन (11) और सलामी बल्लेबाज एविन लुईस (29 ) के रूप में दो विकेट गंवा दिए। ईशान नौ गेंद खेलने के बाद थर्ड मैन में यूसुफ पठान को कैच देकर चलते बने जिन्होंने घुटने से स्लाइड करते हुए इसे लपका। एविन लुईस (17 गेंद में तीन चौके और दो छक्के) कौल की गेंद पर बोल्ड हुए।           

शाकिब अल हसन ने क्रुणाल पंड्या (15) को ज्यादा देर क्रीज पर नहीं टिकने दिया और यह बल्लेबाज एक्सट्रा कवर पर विपक्षी टीम के कप्तान केन विलियम्सन के हाथों कैच आउट हुए। किरोन पोलार्ड (28, 23 गेंद में तीन चौके और दो छक्के) और सूर्य कुमार यादव (28, 31 गेंद में दो चौके और एक छक्के) ने मिलकर 5वें विकेट के लिए सर्वाधिक 38 रन की साझेदारी निभाई। 

148 रन के आसान लक्ष्य का पीछा करने उतरी हैदराबाद की टीम ने भी धमाकेदार शुरुआत की। शिखर धवन और विद्धिमान साहा ने पहली विकेट के लिए 62 रन जोड़ दिए। शिखर ने 45 रन की अपनी पारी में आठ चौके भी लगाए। केन विलियम्सन 6, मनीष पांडे 11, शाकिब हसन 12 के फेल होने के कारण एक समय हैदराबाद का स्कोर 13 ओवर में पांच विकेट पर 107 रन हो गया था। तभी दीपक हुडा ने युसूफ पठान के साथ मिलकर छोटी-सी साझेदारी की जो हैदराबाद को जीत के करीब ले गई। हालांकि तभी मुंबई ने वापसी करते हुए महज दो रनों के अंदर हैदराबाद के चार विकेट झटक लिए। लेकिन आखिरी गेंद पर जब हैदराबाद को एक गेंद पर एक रन की जरूरत थी तब स्टेनलेक ने एक रन चुराकर हैदराबाद को जीत दिला दी।

डीआरएस भी नहीं बचा पाया मुंबई को हारने से
डीआरएस ने हालांकि मुंबई इंडियंस को दो बड़े फायदे दिए लेकिन इसके बावजूद मुंबई हैदराबाद से जीत नहीं पाई। डीआरएस का पहला इस्तेमाल मयंक मार्कंडेय ने साहा के खिलाफ किया था। मार्कंडेय की उठती गेंद को साहा मिसजज कर गए थे। इससे गेंद साहा की पैड पर जा लगी। एलबीडब्ल्यू की अपील हुई जिसे अंपायर ने नकार दिया। मयंक भी इसको लेकर आश्वस्त नहीं थे। लेकिन कप्तान रोहित ने रिव्यू ले लिया। डीआरएस में साहा आऊट निकले। इसके बाद आठवें ओवर में केन विलियम्स के बैट को चूमती हुई गेंद विकेटकीपर के दस्ताने में समा गई। अकेले विकेटकीपर के अलावा और कोई भी इसे कैच नहीं मान रहा था। रोहित ने यहां फिर रिव्यू लिया। डीआरएस में केन विलियम्सन आऊट निकले।