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अबुधाबी : निर्वतमान गेंदबाजी कोच भरत अरूण को लगता है कि जब उन्होंने अपना कार्यकाल शुरू किया तो उस समय की तुलना में भारतीय क्रिकेट टीम अब काफी बेहतर स्थिति में हैं और टीम में तेज गेंदबाजों के बदलाव के दौर से निपटने के लिये काफी प्रतिभाएं मौजूद हैं जिससे वे तीनों प्रारूपों में विभिन्न गेंदबाज रख सकते हैं। अरूण, मुख्य कोच रवि शास्त्री और क्षेत्ररक्षक कोच आर श्रीधर का कार्यकाल टी20 विश्व कप में भारत के अभियान के बाद खत्म हो जाएगा। 

जसप्रीत बुमराह, उमेश यादव, ईशांत शर्मा और मोहम्मद शमी की तेज गेंदबाजी इकाई को तैयार करने का मुख्य श्रेय अरूण को जाता है। उन्हें लगता है कि इस समय में जितना क्रिकेट खेला जाना है, उसके लिये उचित ‘कार्यभार प्रबंधन' के साथ साथ विभिन्न कौशल रखने वाले गेंदबाजों की जरूरत होगी। तीन अलग प्रारूपों में अलग गेंदबाज रखने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर अरूण ने सहमत होते हुए कहा कि बिलकुल।

उन्होंने कहा कि भारत जितना क्रिकेट खेल रहा है, यह सिर्फ उसके बारे में नहीं है बल्कि ‘बायो-बबल' में रहकर खेलना आसान नहीं है, मैं इसकी गांरटी ले सकता हूं। उन्हें पर्याप्त विश्राम की जरूरत है क्योंकि आगे मानसिक स्वास्थ्य भी काफी काफी अहम होने वाला है। यह कम से कम एक से दो वर्ष तक ऐसा ही रहने वाला है। इसलिए महत्वपूर्ण है कि तेज गेंदबाजों का बहुत अच्छा ‘पूल' रखा जाए ताकि हम विभिन्न प्रारूपों में विभिन्न टीमों को उतार सकें। 

अरूण ने कहा कि इससे उपलब्ध विभिन्न प्रतिभाओं को समझने में ही मदद नहीं मिलेगी बल्कि इससे हमारे गेंदबाज मानसिक और शारीरिक रूप से भी तरोताजा रहेंगे। वह 2014 में टीम से जुड़े थे और इस टी20 विश्व कप तक छह साल (अनिल कुंबले के कार्यकाल के दौरान एक साल के ब्रेक के साथ) तक काम कर चुके हैं। भारत के पूर्व टेस्ट मध्यम गति के गेंदबाज ने राष्ट्रीय टीम के साथ इस समय को शानदार अनुभव करार दिया। 

उन्होंने कहा कि यह उतार चढ़ाव भरी शानदार यात्रा रही है। जब हमने शुरूआत की थी, उसकी तुलना में टीम अब काफी बेहतर स्थिति में है। सबसे बड़ी चीज हमारे पास मौजूद गेंदबाजी होगी। बतौर टीम विदेशों में हम ज्यादा से ज्यादा टेस्ट जीतना चाहते थे, जिसके लिये हमने कड़ी मशक्कत की। आस्ट्रेलिया में लगातार जीत और साथ ही इंग्लैंड में करीब करीब श्रृंखला जीतना - निश्चित रूप से इसका एक और टेस्ट बचा है - शानदार था। लेकिन मुझे लगता है कि इंग्लैंड श्रृंखला के दौरान प्रदर्शन शानदार था।

अरूण को साथ ही यह भी लगता है कि भारत में बदलाव के दौर से निपटने के लिए काफी प्रतिभाएं मौजूद हैं जब एक या दो साल में ईशांत शर्मा, मोहम्मद शमी टीम के साथ नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि भारत हमेशा वास्तव में अच्छे गेंदबाजों को ला सकता है, लेकिन कार्यभार प्रबंधन को सुनिश्चित करना होगा कि वे किसी भी समय तरोताजा बने रहें ताकि हम उन्हें रोटेट कर सकें। उन्होंने मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा को तेज गेंदबाजों की नई खेप का ‘अगुआ' करार दिया।