Sports

स्पोटर्स डेस्क: भारत के लिए 31 टेस्ट और मात्र 2 वनडे खेलने वाले मुंबई के 40 साल के वसीफ जाफर घरेलू क्रिकेट में शानदार खेल दिखा रहे हैं। इसी साल ईरानी ट्रॉफी में वो ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए तिहरा शतक लगाने से चूक गए थे और तिहरा शतक ना लगाने पा का उन्हें मलाल भी था, लेकिन उनके भतीजे अरमान जाफर ने उनका ये मलाल दूर कर दिया और अपने चाचा के नक्शे-कदमों पर चलते हुए उन्होंने तिहरा शतक ठोक दिया।

सीके नायडू ट्रॉफी ने अरमान जाफर ने जड़ा तिहरा शतक

Armaan Jaffer Cricketer Mumbai

सीके नायडू ट्रॉफी में मुंबई की ओर से खेल रहे 20 साल के युवा अरमान जाफर ने अपने बल्ले का जौहर दिखात हुए क्रिकेट के दिग्गजों का ध्यान अपनी ओर खींचा है। सौराष्ट्र के खिलाफ खेलते हुए अरमान जाफर ने 367 गेंदों पर नाबाद तिहरा शतक बनाया। अपनी इस रिकॉर्ड पारी ने उन्होंने 26 चौके और 10 गगनचुंबी छक्के भी जड़े।

1 साल पहले घुटने में लगी थी चोट, अब खेली रिकॉर्ड पारी

Armaan Jaffer Cricketer Mumbai

अरमान जाफर ने कहा कि मैं ये रिकॉर्ड पारी खेलकर बहुत खुश हूं। हालांकि मेरे लिए ऐसा करना आसान नहीं था, चूंकि एक साल पहले घुटने में लगी चोट के कारण मैं मैदान से दूर था और मुझे वापसी ना कर पाने का डर भी सता रहा था।

वीरेंद्र सहवाग से मुलाकात ने बदल दिया सब कुछ- अरमान

Armaan Jaffer Cricketer Mumbai

अरमान जाफर ने बताया कि पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग से अचानक हुई मुलाकात ने सब कुछ बदल दिया। उन्होंने बताया कि उनकी और सहवाग की मुलाकात एक होटल में हुई थी। उन्होंने बताया कि मुझे देखकर सहवाग ने मुझे बुलाया और मुझे प्रोत्साहित किया। उनके मुताबिक घुटने की चोट से उबरने के लिए सहवाग ने मेरी काफी मदद की और रिकवरी के लिए मुझे नेशनल क्रिकेट एकेडमी बेंगलुरु भी भेजा।