नई दिल्ली : बीते दिनों बॉल टेंपरिंग ने ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट में बवाल मचा दिया था। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हुए मैच के बाद ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ, डेविड वार्नर को एक साल तो बेनक्रॉफ्ट को नौ महीने के लिए सस्पेंशन झेलनी पड़ी। टीम की बढ़ती आलोचनाओं के बाद कोच डेरेन लेहमन को भी पद से इस्तीफा देना पड़ा था। अब उनकी जगह जस्टिन लैंगर ऑस्ट्रेलियाई टीम को कोचिंग देंगे। लेकिन कोच पद संभालते ही लैंगर ने एक विवादित बयान दे दिया है। लैंगर ने एक कार्यक्रम दौरान बैनक्रॉफ्ट के संदर्भ में बोलते हुए कहा कि अगर टीम का कप्तान बॉल टेंपरिंग कहें तो मैं भी इससे मना नहीं करूंगा।
लैंगर ने कहा कि मैंने 1993 में वेस्टइंडीज के खिलाफ ऐडिलेड में बॉर्डर की कप्तानी में अपना टेस्ट डेब्यू किया था। उस दौरान अगर बॉर्डर उन्हें ऐसा करने को कहते तो वह बेझिझक यह करते। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि उस युग में न तो कप्तान एलन बॉर्डर और न ही कोच बॉब सिम्पसन बॉल टैम्परिंग के विचार का समर्थन करते। लेकिन फर्क ये है कि एलन बॉर्डर मुझसे ऐसा करने के लिए कभी नहीं कहते और बॉब सिम्पसन मुझे मार ही डालते।
लैंगर ने कहा- आप अपने साथियों की वजह से ही बेहतर इंसान और बेहतर खिलाड़ी बनते हैं। ये हर खिलाड़ी की जिम्मेदारी है कि वह टेस्ट क्रिकेट में सही व्यवहार करे। वहीं, स्मिथ, वॉर्नर और बैनक्रॉफ्ट की वापसी पर लैंगर ने कहा- अगर हम उनकी सहायता करें और वे बेहतर होना चाहते हैं और ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के स्तर को बरकरार रखते हैं, तो जरूर उनका स्वागत होगा।