खेल डैस्क : पाकिस्तान ने घरेलू जमीन पर 24 साल बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कोई टेस्ट खेला। लेकिन यह टेस्ट ड्रा होने के बाद पिच पर सवाल उठे। कहा गया- पिच ने सिर्फ बल्लेबाजों को सहयोग किया। इस दौरान पाक बल्लेबाज इमाम उल हक दोनों पारियों में शतक बनाने के बावजूद निंदा का शिकार हुए। क्रिकेट फैंस इमाम की धीमी पारियों के कारण नाराज थे। अब इन सबपर पाकिस्तानी ओपनर ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि मैं कुछ भी करूं मेरी हर बार निंदा होती है। इसकी तो अब मुझे आदत ही हो गई है।
बेजान पिच को लेकर उठते सवालों पर एक प्रेस वार्ता के दौरान इमाम उल हक ने कहा कि कोई ड्रॉ नहीं चाहता। क्यूरेटर ने मेरे आदेश पर पिच तैयार नहीं की और न ही वह मेरे रिश्तेदार हैं। जब हम ऑस्ट्रेलिया का दौरा करते हैं तो क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया भी हमारी सलाह पर पिचों को क्यूरेट नहीं करता है। हर टीम अपनी ताकत के आधार पर पिचों को क्यूरेट करती है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि पिच किस प्रकार की है, मेरा काम प्रदर्शन करना था। मैंने किया।
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इमाम ने अपनी धीमी पारियों पर भी बात की। उन्होंने कहा कि मेरी हमेशा आलोचना की जाती है, चाहे मैं टीम में हो या नहीं। मैं आलोचना से दुखी नहीं हूं क्योंकि मेरा काम प्रदर्शन करना है। यह प्रबंधन को तय करना है कि रावलपिंडी टेस्ट मैच में मेरे रन अच्छे हैं या नहीं। शतक लगाने के बाद कप्तान और मेरे साथियों के लिए संकेत था। हालांकि, मैं इसके पीछे के कारण का खुलासा नहीं करूंगा।
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बता दें कि पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच दूसरा टेस्ट 12 मार्च को होना है। पहले टेस्ट में पिच की आलोचना झेल रहे पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड पर अब सबकी नजरें टिक गई हैं। खुद पाकिस्तान दिग्गज भी इस पिच की निंदा कर चुके हैं। ऐसे में देखना होगा कि आगामी दो टेस्ट के लिए पीसीबी किस तरह की पिच तैयार करवाता है।