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नई दिल्ली : एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) ने आगामी एशिया कप का आयोजन भारत की जगह संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में करने का फैसला लिया है। उक्त फैसला कुआलालंपुर के एसीसी मुख्यालय में हुई बैठक दौरान सर्वसम्मति से लिया गया है। इसके मुताबिक एशिया कप का आयोजन दुबई और अबु धाबी में 13 से 28 सितंबर तक होगा। इसकी मेजबानी भारत के हाथों से सिर्फ इसलिए निकल गई क्योंकि बीसीसीआई भारत सरकार से पाकिस्तान की मेजबानी की अनुमति नहीं ले सकी। 

इस बैठक में बीसीसीआई का प्रतिनिधित्व बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी ने किया जिसकी अध्यक्षता पीसीबी अध्यक्ष नजम सेठी ने की। बैठक में जौहरी ने आयोजन स्थल बदलने का आग्रह किया। बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर बताया- जौहरी ने एसीसी बोर्ड को मौजूदा हालात से अवगत कराया। 

बीसीसीआई को पाकिस्तान के खिलाफ तटस्थ स्थल पर सिर्फ आईसीसी के टूर्नामेंटों में खेलने की अनुमति है जबकि एशिया कप एसीसी का टूर्नामेंट है जिसमें पाकिस्तान के खिलाफ खेलने के लिए उसे सरकार से अनुमति लेनी होगी। जब सरकार से ऐसी अनुमति मिल गई तब बोर्ड ने अपना आग्रह रखा। उन्होंने माना कि मौजूदा हालात में पाकिस्तान की मेजबानी करने की संभावना नहीं के बराबर है।       

उन्होंने कहा- यह विश्व कप, चैम्पियंस ट्राफी या विश्व टी20 नहीं है ऐसे में मौजूदा हालात में सरकार बीसीसीआई को पाकिस्तान की मेजबानी की अनुमति नहीं देगी। लोगों की भावनाओं का सम्मान होना चाहिए। भारतीय टीम के मैच टूर्नामेंट के दूसरे सप्ताह में होने की संभावना है तब तक टीम इंग्लैंड के दौरा का पूरा कर लेगी। 

अधिकारी ने कहा- यूएई टूर्नामेंट के आयोजन में सुविधाएं उपलब्ध कराएगा लेकिन दूसरी चीजें पहले की तरह ही रहेंगी। स्टार स्पोट््र्स इसका प्रसारण करेगा और टिकट तथा स्टैंड से होने वाली कमाई बीसीसीआई को मिलेगी। जाहिर तौर पर इसके लिए बीसीसीआई अमीरात क्रिकेट बोर्ड को सुविधा फीस देगा।

यूएई को लॉजिस्टिक कारणों से चुना गया है। उन्होंने कहा- भारत पाकिस्तान में नहीं खेल सकता। लेकिन यूएई ऐसी जगह है जहां भारत , पाकिस्तान और यहां तक की अफगानिस्तान के लोगों की अच्छी जनसंख्या है। भारतीय टीम के बिना होने वाले मैचों में भी बड़ी संख्या में दर्शकों के आने की संभावना है। अगर आप देखेंगे तो एक दिरहम लगभग 18 रुपए (आज की कीमत 17.69 रुपए) का है। अगर टूर्नामेंट का आयोजन भारत में होता तो अफगानिस्तान बनाम श्रीलंका के मैच को ज्यादा दर्शक नहीं मिलते।

एशिया कप दो साल में एक बार खेला जाता है जो अब एकदिवसीय और टी 20 दोनों प्रारूप में खेला जाता है। पिछली बार 2016 में टी 20 विश्व कप के तैयारियों के तहत इसे इसे टी-20 प्रारूप में खेला गया था। इस बार इसे 50 ओवर प्रारूप में खेला जाएगा।