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नई दिल्ली : भारतीय पुरूष हॉकी टीम के इस साल के व्यस्त कार्यक्रम को देखते हुए मुख्य कोच सोर्ड मारिने ने निगाहें एशियाई खेलों का खिताब बरकरार रखने पर लगाई हुई हैं ताकि खिलाडिय़ों को 2020 टोक्यो ओलंपिक की तैयारियों के लिए काफी समय मिल सके। भारत को इस साल चार अहम अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट खेलने हैं, जिसमें राष्ट्रमंडल खेल, चैम्पियंस ट्राफी, एशियाई खेल और सत्र के अंत में एफआईएच पुरूष विश्व कप के अलावा अजलन शाह कप शामिल हैं। लेकिन कोच के लिए एशियाई खेल और विश्व कप का खिताब जीतना उनका मुख्य एजेंडा है।
मारिने ने कहा- मैं चाहता हूं कि टीम एशियाई खेल और विश्व कप खिताब जीते। अगर आप एशियाई खेल जीत जाओगे तो आप 2020 ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली दुनिया की पहली टीम बन जाओगे। इससे आपके पास तैयारी के लिये पूरे दो साल का समय होगा और यह परफेक्ट होगा। हमारा लक्ष्य यही है। उन्होंने कहा कि इससे अन्य टूर्नामेंट एशियाई खेल और विश्व कप जीतने के उनके लक्ष्य के लिए तैयारी के मंच के तौर पर काम करेंगे। 
मारिने ने कहा- लेकिन इस साल का प्रत्येक टूर्नामेंट काफी अहम है क्योंकि अन्य टूर्नामेंट हमारे लिए बड़े टूर्नामेंट की तैयारियों में मदद करेंगे। इसलिये हम प्रत्येक टूर्नामेंट को गंभीरता से ले रहे है।
उन्होंने कहा- चैम्पियंस ट्राफी को हम एशियाई खेलों की तैयारी के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं। इसका स्तर काफी ऊंचा है और यह हमारे लिये अच्छा है। अंतिम चैम्पियंस ट्राफी का हिस्सा होना सचमुच सम्मान की बात है।