भुवनेश्वर: इसमें कोई दोराय नहीं कि मौजूदा वक्त में पाकिस्तान हर क्षेत्र में खराब दौर से गुजर रहा है। वहीं विश्व हॉकी को लेकर एशियाई हॉकी महासंघ के CEO और FIH के कार्यकारी बोर्ड के सदस्य तैयब इकराम ने कहा कि पाकिस्तान में हॉकी का वजूद तभी बरकरार रह सकता है, जब देश के राजनीतिक और सुरक्षा हालात सुधारे जाएं। हॉकी वर्ल्ड कप के एक क्वार्टर फाइनल मुकाबले से पहले उन्होंने कहा कि पाकिस्तान इस समय एकदम अलग मामला है। युवाओं को हॉकी के प्रति आकर्षित करने के लिए उसका प्रसार जरूरी है, जोकि पाकिस्तान में नहीं हो रहा।
अंतर्राष्ट्रीय हॉकी देखने के लिए तरस गई है पाक आवाम- तैयब इकराम
इकराम ने कहा कि पाकिस्तान में राजनीतिक और सुरक्षा हालात सुधरने तक ये बदलाव नहीं आएगा और वो अभी मुश्किल ही दिख रहा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में खेल खत्म हो रहे हैं। पाकिस्तानी अवाम अंतर्राष्ट्रीय हॉकी देखने को तरस गई है और ऐसे हालातों का देश में हॉकी पर बुरा असर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि इसके लिए प्राथमिकताएं तय करनी जरूरी हैं। भारत की मिसाल देते हुए इकराम ने कहा कि भारत ने एक दशक पहले प्रक्रिया शुरू करके हाई परफार्मेंस पर फोकस किया और आज देखिए, भारतीय टीम कहां पहुंच चुकी है। बात सिर्फ निवेश की नहीं बल्कि सही समय पर सही फैसले लेने की भी है
भारत-पाकिस्तान के बीच बहाल हो हॉकी- तैयब इकराम
भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय हॉकी की बहाली की पैरवी करते हुए इकराम ने कहा कि हम जरूर चाहेंगे कि दोनों देशों के बीच हॉकी बहाल होना चाहिए और मुझे लगता है कि ये सिर्फ एशियाई हॉकी नहीं बल्कि विश्व हॉकी की जिम्मेदारी है, क्योंकि लोगों की इसमें दिलचस्पी है। मस्कट एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी का जिक्र करते हुए कहा कि भारत और पाकिस्तान का मैच को करीब पौने 2 करोड़ दर्शक मिले थे, जो वर्ल्ड कप में किसी मैच को नहीं मिले होंगे। बारिश के कारण फाइनल नहीं हो सका था, लेकिन दर्शक संख्या के मामले में भारत-पाक के मैच का कोई सानी नहीं है।