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नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के कोषाध्यक्ष अरूण धूमल ने कहा है कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की दो नई टीमों के लिए वैश्विक रूचि दर्शाती है कि यह सबसे बड़ा ‘मेक इन इंडिया' ब्रांड है और इसके पारिस्थितिकी तंत्र में अरबों डॉलर आने से खेल को दुनिया भर में फायदा होगा। सोमवार को दुबई में बोली प्रक्रिया पूरी होने के बाद निजी इक्विटी कंपनी सीवीसी कैपिटल्स पार्टनर्स ने अहमदाबाद फ्रेंचाइजी 5625 करोड़ रुपये में खरीदी जबकि आरपीएसजी वेंचर्स ने लखनऊ फ्रेंचाइजी के लिए 7090 करोड़ रुपये की बोली लगाई। 

दिग्गज फुटबॉल क्लब मैनचेस्टर यूनाईटेड के मालिकों ने भी आईपीएल का हिस्सा बनने का प्रयास किया लेकिन टीम खरीदने की दौड़ में पिछड़ गए। धूमल ने कहा कि हम सभी भारतीयों को गर्व होना चाहिए कि वर्षों में आईपीएल ने काफी प्रगति की है और कैसे यह वैश्विक खेल ब्रांड बन गया। मैनचेस्टर यूनाईटेड के मालिक और सीवीसी जैसों की आईपीएल पर नजर सब कुछ कहती है। यह सबसे बड़ा ‘मेक इन इंडिया' ब्रांड है जिसे देश ने तैयार किया है और हम सभी को इस पर गर्व होना चाहिए।

धूमल आईपीएल संचालन परिषद के भी सदस्य हैं। इस लुभावनी लीग में 2022 से 10 टीमें हिस्सा लेंगी। यह पूछने पर कि क्या दो हजार करोड़ रुपये आधार मूल्य रखने के बाद बीसीसीआई ने इतनी ऊंची बोलियों की उम्मीद की थी तो धूमल ने कहा कि आंकड़ों को भूल जाइए, इसने दुनिया को दिखाया है कि हम इतने बड़े टूर्नामेंट का बेहद सफल आयोजन करने में सक्षम हैं। सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी इसका हिस्सा बनना चाहते हैं। इसने सभी प्रारूपों में क्रिकेट खेलने का तरीका भी बदल दिया है।

उन्होंने कहा कि इसका आकलन हमें नहीं करना है। कीमत पर फैसला करने के लिए बाजार सर्वश्रेष्ठ स्थान है। हमने दुनिया के सामने संपत्ति रखी और लोगों ने इसकी कीमत आंकी। आप कह सकते हैं कि 2008 (पहले सत्र से पहले) में आंकड़े शानदार थे लेकिन देखिए कि इसने आठ फ्रेंचाइजी के साथ क्या किया है। वर्ष 2008 की विनिमय दर के अनुसार मुंबई इंडियन्स 450 करोड़ रुपये के साथ आठ टीमों में सबसे महंगी फ्रेंचाइजी थी। 

पिछले चक्र में 16 हजार करोड़ रुपए से अधिक में बिके आईपीएल के मीडिया अधिकार एक बार फिर दोबारा जल्द ही बिक्री के लिए आएंगे और 2023-2027 चक्र के लिए 30 हजार करोड़ रुपये का आंकड़ा पार हो सकता है। आगामी भव्य नीलामी के संदर्भ में धूमल ने कहा कि प्रकिया सभी टीमों के लिए उचित होगी जिसमें नई टीमें भी शामिल हैं। फ्रेंचाइजियों के नीलामी से पहले चार खिलाड़ियों तक को रिटेन करने की उम्मीद है जबकि राइट टू मैच कार्ड नहीं होगा।  हम इस पर काम कर रहे हैं और हम सुनिश्चित करेंगे कि नई टीमों सहित सभी को अपनी टीम तैयार करने का उचित मौका मिले। टूर्नामेंट में प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए, यही कारण है कि लोग आईपीएल देखते हैं।