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एडीलेड : भारत के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने एडीलेड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में भारत के दोनों ओपनरों पृथ्वी शॉ और मयंक अग्रवाल के आउट होने के तरीके की आलोचना की है। गावस्कर ने सलामी जोड़ी की बल्लेबाजी तकनीक की आलोचना करते हुए कहा कि भारतीय बल्लेबाज अपने बल्ले और पैड के बीच काफी फासला रखकर भारी गलती कर रहे हैं। गावस्कर ने कहा कि अग्रवाल के बल्ले और पैड के बीच फासला इतना ज्यादा था कि उसके बीच से एक ट्रक भी गुजर सकता है। 

मिशेल स्टार्क ने पारी के पहले ओवर की दूसरी गेंद पर पृथ्वी शॉ शून्य पर ऑउट कर पवेलियन का रास्ता दिखा दिया। पृथ्वी ने अच्छी लेंथ की गेंद को ब्लॉक करने की कोशिश की लेकिन बल्ले और गेंद के बीच थोड़ा फासला होने के कारण गेंद अंदर की तरफ आई और गिल्लियां बिखेर दी। इसके बाद 18वें ओवर में पैट कमिंस ने मयंक अग्रवाल को बोल्ड आउट किया। मयंक ने 17 रन बनाए। 

गावस्कर ने कहा, ‘ऐसी गेंदों को खेलने की तरकीब यही है कि जितना संभव हो सके उतना पैड के करीब से खेलना चाहिए। पारी की शुरुआत में आपके बल्ले की गति कम होनी चाहिए। धीरे-धीरे जैसे आपका आत्मविश्वास बढ़ता जाए वैसे-वैसे आप शॉट्स खेलते जाएं। लेकिन शुरुआत में जब आपका खाता भी नहीं खुला है, उस वक्त अपने बल्ले की गति को कम रखना चाहिए। बल्ले और पैड के बीच कोई फासला नहीं रखना चाहिए।' 

उन्होंने मयंक के आउट होने पर कहा, ‘मयंक के आउट होने पर भी वही चीज देखी जा सकती है। उन्होंने जोरदार प्रहार किया था और उस शॉट को देखकर लगेगा कि बल्ला पैड के काफी नजदीक है जबकि ऐसा है नहीं। दोनों के बीच इतनी जगह थी कि बीच में से एक ट्रक भी निकल सकता है। इस तरह से भारतीय क्रिकेटर बड़ी गलती कर रहे हैं।'