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नई दिल्ली : विश्व की नंबर एक टीम भारत के आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप में लगातार चल रहे दबदबे के बीच पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर ने सुझाव दिया है कि टीमों के बीच बड़े अंतर को देखते हुए टू टियर चैंपियनशिप करानी चाहिए। गंभीर ने कहा- फर्स्ट चैंपियनशिप में यह देखने को आ रहा है कि टीमों के बीच स्तर में काफी बड़ा अंतर आ गया है। शीर्ष टीमों मैचों को मनमाने अंदाज में समाप्त कर रही हैं जिस तरह भारत ने बंगालदेश को 2-0 से हराया। बंगलादेश की टीम इस सीरीज में मुकाबले में कहीं भी नहीं दिखाई दी। 

भारत आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप में लगातार सात मैच जीतकर 360 अंकों के साथ शीर्ष पर बना हुआ है। ऑस्ट्रेलिया 116 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर है। दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, वेस्टइंडीज, पाकिस्तान और बंगलादेश जैसी टीमों का अभी खाता नहीं खुला है। उन्होंने कहा कि यह देखते हुए मेरा सुझाव है कि टेस्ट चैंपियनशिप को दो टियर में कराया जाना चाहिए। एक टियर में छह टीमें हो जबकि दूसरे टियर में उसके बाद की छह टीमें हों। उनके बीच मुकाबलों में भारी अंतर देखने को नहीं मिलेगा। 

पूर्व ओपनर ने मौजूदा भारतीय कप्तान विराट कोहली के इस सुझाव पर असहमति जताई कि देश में पांच टेस्ट केंद्र रखे जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे टेस्ट क्रिकेट को फायदा नहीं होगा। देश में 10 से 11 टेस्ट केंद्र होने चाहिए तभी जाकर इस खेल को प्रोत्साहन मिलेगा और ज्यादा से ज्यादा युवा खिलाड़ी सामने आएंगे। गंभीर ने विराट कोहली के नेतृत्व में टीम इंडिया के विजय रथ को सराहते हुए कहा कि वह पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली की परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने भारत को विदेशी जमीन पर जीतना सिखाया था। 

भारत और बंगलादेश के बीच कोलकाता के ईडन गाडर्न में गुलाबी गेंद से हाल में हुए डे-नाइट टेस्ट के बारे में पूछने पर बाएं हाथ के बल्लेबाज ने कहा कि मैं परंपरावादी हूं। मेरा साफ मानना है कि टेस्ट क्रिकेट का असली मजा लाल गेंद से खेलने में ही है। गुलाबी गेंद से आप कभी-कभार कोई टेस्ट खेल सकते हैं लेकिन सभी टेस्ट नहीं। मैं हमेशा टेस्ट क्रिकेट को सफेद कपड़ों में लाल गेंद से खेलने का पक्षधर रहा हूं। गुलाबी गेंद कभी लाल गेंद की जगह नहीं ले सकती।