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स्पोर्ट्स डेस्क : पूर्व भारतीय बल्लेबाज गौतम गंभीर ने पूर्व भारतीय कप्तान और महान विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी को लेकर पहली प्रतिक्रिया को साझा किया है। साल 2000 के बाद और 2010 के शुरूआती चरणों में ये दोनों खिलाड़ी भारतीय बल्लेबाजी लाइन-अप के स्तंभ थे जिन्होंने बहुत सी यादगार पार्टनशिप्स की और भारत को जीत भी दिलाई। 

गंभीर और धोनी दोनों साल 2004 में पाकिस्तान और केन्या के खिलाफ इंडिया ए स्क्वार्ड का हिस्सा थे। इस दौरान ही इन दोनों खिलाड़ियों की एक दूसरे से पहली बार मुलाकात हुई थी। इस सीरीज के दौरान धोनी ने एक अर्धशतक और 2 शतक लगाकर क्रिकेट बिरादरी में खुद की घोषणा की थी और उन्हें प्लेयर ऑफ द सीरीज़ पुरस्कार के लिए सही ठहराया गया था क्योंकि भारत ने त्रिकोणीय श्रृंखला जीत ली थी। 

गंभीर ने एक शो के दौरान बात करते हुए कहा, हम केन्या और जिम्बाब्वे के लिए भारत ए दौरे पर गए थे। हमने पाकिस्तान ए और केन्या के खिलाफ त्रिकोणीय श्रृंखला खेली। जिस तरह से वह गेंद को मार रहा था, हम सभी जानते थे कि वह एक ऐसा खिलाड़ी है जो विकेट ले सकता है और गेंद को लंबे समय तक हिट करता है।

 

गंभीर ने आगे कहा, ऐसा करना किसी भी भारतीय विकेटकीपर के लिए सामान्य नहीं था क्योंकि इससे पहले हमारे पास शानदार खिलाड़ी थे, लेकिन कभी भी वह हार्ड हिटिंग खिलाड़ियों में से नहीं थे जो 100 मीटर का छक्का मार सकते थे। वह (धोनी) अभूतपूर्व था और यही कारण है कि उसने वह सब हासिल किया जो उसके पास है। 

गौर हो कि धोनी भारत के एक मात्र ऐसे कप्तान हैं जिन्होंने आईसीसी की तीनों ट्राफियां 2007 टी20 वर्ल्ड कप, 2011 वर्ल्ड कप और 2013 चैम्पियंस ट्राॅफी जीती है। धोनी ने 15 अगस्त 2020 को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी।