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नई दिल्ली : बीबीसीआई के मौजूदा अध्यक्ष और टीम इंडिया को 2003 के वल्र्ड कप तक ले जाने वाले पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का कहना है कि इंगलैंड के खिलाफ टेस्ट डैब्यू में सेंचुरी लगाते वक्त वह निडर थे। उनमें तब अविश्वसनीय ताकत थी। गांगुली ने एक चैनल के साथ बातचीत करते हुए इंगलैंड के खिलाफ खेली गई 131 रन की पारी के बारे में भावुक होते हुए कई बातें बताईं।

Sourav Ganguly said - The image of the board is bad, I will take the decision

गांगुली ने कहा कि 1996 में लॉड्र्स के मैदान पर मेरी मानसिकता अविश्वसनीय थी। मुझे कोई डर नहीं था, मैं बस गया और खेला। मुझे याद है कि पहले वॉर्म-अप गेम के लिए ब्रिस्टल जाना था और मुझे पहली पारी में एक डक मिला। दूसरी पारी में मैंने 70 रनों की नाबाद पारी खेली। जैसे-जैसे सीरीज आगे बढ़ती गई मैं और बेहतर होता गया।

Ganguly gets emotional on Test debut century, said - I am not afraid now

गांगुली बोले- मैंने काफी साल अच्छी फॉर्म, खराब फॉर्म... के बारे में सुना। लोग कहते थे कि मैं काफी अच्छा नहीं (तेज गेंदबाजी के खिलाफ)था। लेकिन उस दौरान भी एक चीज थी जो मुझे साथ लेकर चलती थी। आप मेरे हाथ में बल्ला देते हैं और मैं आपको रन बनाकर देता हूं। आप क्या सोचते हैं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता था।