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स्पोर्ट्स डेस्क: क्रिकेटर से राजनीतिज्ञ बने गौतम गंभीर (Goutam Gambhir) ने गुरुवार को कोविड-19 महामारी से बचाव के लिए सांसद के तौर पर अपना दो साल का वेतन आपात स्थिति प्रधानमंत्री नागरिक सहायता और राहत कोष (पीएम केयर्स फंड) में देने का फैसला किया। पूर्वी दिल्ली से भाजपा के लोकसभा सांसद ने अपने ट्विटर पेज पर लोगों से इस महामारी से बचाव के लिए योगदान देने की अपील की। बता दें, कोरोना चीन से शुरू हुआ लेकिन धीरे धीरे दुनिया के 195 देशों को अपनी चपेट में ले चुका है। दुनिया भर में 4,50,000 से ज्यादा लोगों में कोरोना का संक्रमण हो चुका है। दुनिया ने पहले कभी ऐसी बीमारी नहीं देखी थी। हालांकि वायरस के खतरे को देखते हुए भारत के प्रधानमंत्री ने भी पूरे देश में 21 दिनों यानि कि तीन हफ्तों के लिए लॉकडाउन का ऐलान किया था। 

गौतम गंभीर ने पीएम केयर्स फंड में कितने रूपए दान दिए 

People ask what can their country do for them. The real question is what can you do for your country?

I am donating my 2 year's salary to #PMCaresFund. You should come forward too! @narendramodi @JPNadda @BJP4Delhi #IndiaFightsCorona

— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) April 2, 2020

दरअसल, गंभीर मे अपने ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट करते हुए लिखा, '‘लोग पूछते हैं कि उनका देश उनके लिये क्या कर सकता है। असली सवाल तो यह है कि आप अपने देश के लिये क्या कर सकते है। मैं अपना दो साल का वेतन पीएम केयर्स फंड में दान कर रहा हूं। आपको भी आगे आना चाहिए।' बता दें कि इससे पहले भी गंभीर ने इससे पहले अपना एक माह का वेतन और सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास कार्यक्रम कोष से एक करोड़ रुपए देने का फैसला किया था। कोविड-19 के कारण देश में अब तक 50 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि लगभग 2000 लोग संक्रमित हैं। विश्व भर में वायरस के कारण 40,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। 

पीएम केयर्स फंड में खिलाड़ियों द्वारा दान 

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गौरतलब है कि बुधवार को सौरव गागुंली 25 साल बाद रामकृष्ण मिशन के मुख्यालय बेलूर मठ पहुंचे जहां उन्होंने कोरोना वायरस महामारी के कारण मुश्किल स्थिति का सामना कर रहे लोगों की मदद के लिए 2000 किलो चावल दान किया। चैम्पियन बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने कोविड 19 महामारी से निपटने के लिए 50 लाख रूपए दान दिए हैं। भारत के प्रमुख खिलाड़ियों में से यह अब तक सबसे बड़ी दान राशि है। कइयों ने अपनी तनख्वाह देने का ऐलान किया है जबकि कइयों ने चिकित्सा उपकरण दिए हैं।