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निज्नी नोवगोरोदः राफेल वरान और एंटोनी ग्रीजमैन के गोल तथा गोलकीपर ह्यूगो लोरिस के बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर फ्रांस ने आज यहां उरूग्वे को 2-0 से हराकर शान से विश्व कप 2018 के सेमीफाइनल में प्रवेश किया। वरान ने 40वें मिनट में गोल करके फ्रांस को मध्यांतर तक 1-0 से आगे रखा जबकि ग्रीजमैन ने 61वें मिनट में बढ़त दोगुनी की। फ्रांस सेमीफाइनल में ब्राजील और बेल्जियम के बीच होने वाले मैच के विजेता से भिड़ेगा। उरूग्वे ने इस मैच से पहले काफी प्रभावशाली खेल दिखाया था और अपने सभी मैच जीते थे लेकिन फ्रांस की मजबूत रक्षापंक्ति और दमदार आक्रमण के सामने उसकी कमजोरी खुलकर सामने आ गयी। डिडियर डिसचैम्प्स की टीम ने वास्तव में प्रभावशाली प्रदर्शन किया जबकि उरूग्वे को एडिनसन कवानी की बहुत कमी खली जो चोटिल होने के कारण इस मैच में नहीं खेल पाए।  
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दोनों टीमों ने शुरू में एक दूसरे पर हावी होने की कोशिश की, लेकिन फ्रांस गेंद को अधिक कब्जे में रखने और दबाव बनाने में सफल रहा। इसका उसे तब फायदा भी मिला जब वरान ने हेडर से गोल दागा। उन्होंने ग्रीजमैन की फ्री किक पर यह गोल किया जिसका उरूग्वे के गोलकीपर फर्नांडो मुसलेरा के पास कोई जवाब नहीं था। फ्रांस ने दूसरे हाफ के शुरू में उरूग्वे के शुरुआती दबाव को झेलने के बाद मुसलेरा की गलती से अपनी बढ़त दोगुनी की। ग्रीजमैन तेजी से गेंद लेकर पेनल्टी एरिया में गये और उन्होंने उस करारा शाट जमाया जो मुसलेरा के हाथों से टकरायी लेकिन उरूग्वे की तरफ से 102वां मैच खेल रहा यह गोलकीपर उसे गोल लाइन के अंदर जाने से रोकने में नाकाम रहा। मुसलेरा ने पिछले चार मैचों में केवल एक गोल होने दिया था लेकिन आज वह अपने रंग में नहीं दिखे। कवानी की चोट और मुसलेरा के महत्वपूर्ण क्षण पर खराब खेल आखिर में उरूग्वे पर भारी पड़ गयी और उसे क्वार्टर फाइनल से रूस को अलविदा कहना पड़ा।  
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शुरुआती क्षणों में उरूग्वे ने लुकास टोरेइरा और लुई सुआरेज की तेजी और जवाबी हमले की अपनी क्षमता से फ्रांस की रक्षापंक्ति में सेंध लगाने की कोशिश की। गोल करने का पहला अच्छा मौका हालांकि फ्रांस के पास था। अर्जेंटीना के खिलाफ फ्रांस की जीत के नायक काइलियान एमबापे को बेंजामिन पावर्ड और ओलिवर गिरोड के प्रयासों से बाक्स के अंदर गेंद मिली। उनके पास समय था लेकिन उन्होंने जल्दबाजी में हेडर लगाया और गेंद क्रास बार के ऊपर से बाहर चली गयी। वरान ने हालांकि इसके बाद फ्रांस को बढ़त दिला दी। उरूग्वे के पास मध्यांतर से ठीक पहले बराबरी का बेहतरीन मौका था लेकिन गोलकीपर लोरिस ने फ्रांस पर से संकट टाला। टोरेइरा के क्रास पर मार्टिन कासेरस ने सटीक हेडर जमाया लेकिन गेंद गोल में पहुंच पाती इससे पहले लोरिस ने हवा में तैरते हुए एक हाथ से उसे रोक दिया।  
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उरूग्वे दूसरे हाफ के शुरू से ही गोल करने के लिये बेताब दिखा, लेकिन फ्रांस की टीम भी नये बदलावों के साथ अधिक ऊर्जावान दिखी। इस बीच लुई सुआरेज के पास उरूग्वे को बराबरी दिलाने मौका भी था लेकिन वह सही समय पर अपना चमत्कारिक प्रदर्शन करने में नाकाम रहे। ऐसे समय में मुसलेरा की गलती से फ्रांस ने दूसरा गोल दागकर उरूग्वे पर दबाव बढ़ा दिया। इसके बाद मैच में कुछ तनावपूर्ण क्षण भी देखने को मिले। एक अवसर पर एमबापे और क्रिस्टियन रोड्रिग्ज आपस में भिड़ गये जिसके कारण दोनों को पीला कार्ड भी मिला। फ्रांस ने इसके बाद यह सुनिश्चित करने की पूरी कोशिश की कि उरूग्वे गोल नहीं दाग पाये। खेल के 78वें मिनट में कासेरस ने क्रास से गेंद बाक्स में पहुंचायी जिसे केवल डिफलेक्ट करना था। उरूग्वे के तीन खिलाडिय़ों ने उस पर हेडर लगाने की कोशिश की लेकिन वरान ने उनके मंसूबे पूरे नहीं होने दिये। इंजुरी टाइम में कासेरस के पास भी मौका था लेकिन उनका हेडर निशाने पर नहीं लगा। 

फूट-फूटकर रोए उरुग्वे के खिलाफ 
इस विश्व कप अभी तक अपने सभी मैच जीतकर क्वार्टरफाइनल में पहुंचे उरुग्वे के अभियान को फ्रांस ने बेहतरीन डि$फेंस से थाम लिया। इस हार के साथ उरुग्वे का छठी बार सेमीफाइनल में जाने का सपना टूट गया। दो बार खिताब जीतने के अलावा उरुग्वे ने 1954, 1970 और 2010 के विश्व कप के सेमीफाइनल में जगह बनायी थी।  इस जीत के बाद फ्रांस के खिलाडिय़ों और समर्थकों में जहां जश्न और खुशी का माहौल था वहीं उरुग्वे के खिलाड़ी और समर्थक फूट फूट कर रो रहे थे। मैच में आलम यह था कि मैच समाप्त होने से कुछ मिनट पहले ही उरुग्वे के कुछ खिलाडिय़ों ने रोना शुरू कर दिया था क्योंकि उन्हें मालूम था कि वे विश्व कप से बाहर हो रहे हैं। दक्षिण अमेरिकी टीम उरूग्वे ने अंतिम-16 मैच में क्रिस्टियानो रोनाल्डो की पुर्तगाल को 2-1 से पराजित कर क्वार्टरफाइनल में प्रवेश किया था और इस प्रदर्शन के बाद इस मैच में उसे जीत का दावेदार माना जा रहा था लेकिन फ्रांस ने उसकी उम्मीदों को तोड़ दिया। उरुग्वे ने इस मैच से पहले तक चार मैचों में मात्र एक गोल खाया था लेकिन फ्रांस ने उसे दो गोल की शिकस्त दे दी।
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छठी बार बनाई सेमीफाइनल में जगह
फ्रांस ने फीफा विश्व कप में छठी बार सेमीफाइनल में जगह बनाई है। इससे पहले 1958, 1982, 1986, 1998 आैर 2006 में सेमीफाइनल में प्रवेश किया था। वहीं फ्रांस की यह उरुग्वे पर फीफा विश्व के इतिहास में पहली जीत रही। इससे पहले दोनों टीमों के बीच 3 मैच हुए थे, जिसमें 2 ड्रा आैर एक उरुग्वे ने जीता था।