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जालन्धर : फीफा विश्व कप में अब क्वार्टरफाइनल का दौर आ चुका है। शुक्रवार से आठ बैस्ट टीमें क्वार्टरफाइनल की रेस में शामिल हो जाएंगे। अब तक विश्व कप ऊलटफेर के लिए जाना जा रहा है। स्पेन, जर्मनी, अर्जेंटीना और पुर्तगाल जैसी दिग्गज टीमें विश्व कप से बाहर हो चुकी है। अब जो टीमें बची हैं वह भी अपने स्टार परफार्मेरों के दम पर विश्व कप जीतने की कोशिश करेंगी। 
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बता दें कि क्वार्टरफाइनल में पहुंचने वाली सभी आठों टीमों का डिफैंस अब तक बेहद मजबूत नजर आया है। आठों टीमों ने अब तक सिर्फ 20 गोल ही खाए हैं जबकि इनके स्ट्राइकर 67 गोल कर चुके हैं। फाइनल की रेस में पहुंचने के लिए सभी टीमों एक-दूसरे का डिफैंस भेदने की कोशिश करेगी। क्योंकि एक यही तरीका है जिससे विश्व कप जीता जा सकता है...

उरुग्वे : लुईस सुआरेज
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उरुग्वे फुटबॉल विश्व कप का पहला विनर है। वह दो बार जीत भी चुका है। इसके अलावा वह 5 बार सैमीफाइनल में भी पहुंच चुका है। टीम के मुख्य स्ट्राइकर लुईस सुआरेज पर सभी की नजरें रहेंगी।
ताकत : उरुग्वे का डिफैंस मजबूत नजर आ रहा है।
+ प्वाइंट : लुईस सुआरेज फॉर्म में चल रहे हैं।
चिंता : पुर्तगाल के खिलाफ आखिरी मुकाबले में उरुग्वे की पास एक्यूरेसी कम रही थी। इसके खिलाफ खिलाडिय़ों ने 13 फाऊल भी किए
गोल किए 7 खाए 2 

फ्रांस : किलियन एमबापे 
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1998 में फ्रांस विश्व कप जीता था। वह अब तक पांच बार सैमीफाइनल में पहुंच चुका है। एमबापे और पोल पोग्बा जैसे स्टार फ्रांस के पास है। वह विश्व कप के प्रमुख दावेदारों में से एक हैं।
ताकत : टीम में युवा खिलाड़ी है जो प्रतिभावान हैं।
+ प्वाइंट : विश्व कप सबसे संतुलित टीमों में से एक।
चिंता : अर्जेंटीना के खिलाफ आखिरी मैच में पहलेहाफ तक फ्रांस कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाई थी। दूसरे हाफ में उन्होंने तेजी दिखाई थी।
गोल किए 6 खाए 4

ब्राजील : नेमार
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1930 में शुरूआत से लगातार विश्व कप खेल रहा है ब्राजील। उनके नाम पर रिकॉर्ड 11 बार सैमीफाइनल तो सात बार फाइनल खेलने का रिकॉर्ड है। टीम को अपने स्टार नेमार से काफी उम्मीदें हैं।
ताकत : 5 बार की चैम्पियन का उत्साह है पूरा।
+ प्वाइंट : सभी प्रमुख स्ट्राइकर फॉर्म में चल रहे।
चिंता : विश्व कप से ब्राजील को छोड़ सारी टीमें बाहर हो चुकी हैं। ऐसे में ब्राजील टीम अगर इस दबाव में आ गई तो काम बिगड़ सकता है।
गोल किए 7 खाए 1

बैल्जियम : रोमेलू लुकाकू
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1986 में चौथे स्थान पर रहा बैल्जियम पहली बार मजबूती के साथ उभरा है। बैल्जियम की ओर से रोमेलू लुकाकू, कप्तान एडन हेजार्ड और मिटी बटशूई किसी को टीम को चौका सकते हैं।
ताकत : विश्व कप में सबसे ज्यादा गोल किए हैं
+ प्वाइंट : टीम में बड़ी सितारे हैं जो मैच बदलने की ताकत रखते हैं।
चिंता : जापान जैसी कमजोर टीम ने बैल्जियम की जीत मुश्किल कर दी थी। बैल्जियम के डिफैंस की कई कमियां देखने को मिलीं थीं।
गोल किए 12 खाए 5

स्वीडन एंड्रियास ग्रैनक्विस्ट
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4 बार सैमीफाइनल में पहुंच चुका स्वीडन 1958 में रनरअप रहा था। एंड्रियास ग्रैनक्विस्ट की कप्तानी में पूरी टीम एक्टिव है। स्वीडन ने जो 6 गोल किए हैं वह सभी अलग-अलग खिलाडिय़ों के हैं।
ताकत : डिफैंस इंगलैंड को चुनौती दे सकता है।
+ प्वाइंट : विश्व कप में कभी इंगलैंड से नहीं हारी
चिंता : स्विटजरलैंड के खिलाफ स्वीडन के खिलाड़ी बॉल पर सिर्फ 32 फीसदी कब्जा रख पाए थे। उनकी पास एक्बयूरेसी भी इंगलैंड से कम थी।
गोल किए 6 खाए 1

इंगलैंड हैरीकेन
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1966 में इंगलैंड चैम्पियन बना था। अब 24 साल के सबसे युवा कप्तान हैरीकेन से इंगलैंड को उम्मीदें हैं। इंगलैंड अभी तक सिर्फ दो बार ही सैमीफाइनल में पहुंच पाई है। उसके जीतने के चांस ज्यादा हैं।
ताकत : टीम किसी एक खिलाड़ी पर निर्भर नहीं है।
+ प्वाइंट : 12 साल बाद क्वार्टरफाइनल में पहुंची है इंगलैंड
चिंता : कोलंबिया के खिलाफ मैच में इंगलैंड टीम दबाव में दिखी। उनकी पास एक्यूरेसी और बॉल पर नियंत्रण भी कोलंबिया से कम था।
गोल किए 9 खाए 3

रशिया डैनिस चैरीशेव
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1966 में सोवियत यूनियन से खेलते हुए रशिया एक बार सैमीफाइनल में पहुंचा था। मुख्य स्ट्राइकर डैनिस चैरीशेव विश्व कप में चार गोल कर चुके हैं। टीम की स्ट्राइकिंग पावर हैरान कर रही है।
ताकत : ऊलटफेर करने वाली सबसे बड़ी टीम
+ प्वाइंट : घरेलू दर्शकों का स्पोर्ट पूरा मिल रहा है।
चिंता : क्रोएशिया विश्व कप में अब तक कोई मैच नहीं हारा है। उसका डिफैंस रशिया के खिलाडिय़ों के लिए चुनौती बन सकता है।
गोल किए 8 खाए 2

क्रोएशिया लुका मोड्रिक
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1958 में क्रोएशिया सिर्फ एक बार तीसरे स्थान पर रहा था। लुका मोड्रिक की कप्तानी में क्रोएशिया का अटैक बहुत मजबूत है। क्रोएशिया विश्व कप में अब तक सबसे ज्यादा 12 गोल कर चुका है।
ताकत : विश्व कप में अभी तक एक मैच भी नहीं हारा।
+ प्वाइंट : स्ट्राइकर जबरदस्त फॉर्म में चल रहे हैं।
चिंता :  रशिया ऊलटफेर करने के लिए जानी जाती है।  डेनमार्क के खिलाफ आखिरी मैच में वह उनका डिफैंस नहीं भेद पाए थे।
गोल किए 12 खाए 2