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नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने फैसला किया है कि रणजी ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट में प्रत्येक टीम में 30 से अधिक सदस्य नहीं होने चाहिए और टीम में कम से कम 20 खिलाड़ी होने चाहिए। इसके साथ ही सपोर्ट स्टाफ के सदस्यों की संख्या को 10 तक सीमित कर दिया गया है। बीसीसीआई ने कोरोना महामारी की स्थिति को देखते हुए सभी टीमों को दो रिजर्व खिलाड़ी रखने की अनुमति भी दी है।

बीसीसीआई ने 17 फरवरी से शुरू होने वाले रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट से पहले मंगलवार को सभी राज्य क्रिकेट संघों को इसकी जानकारी दी। बीसीसीआई ने ईमेल के जरिए सभी संघों को लिखे पत्र में कहा कि सभी टीमों को कोविड रिजर्व के तौर पर दो अतिरिक्त खिलाड़ियों को टीम के साथ रखने की अनुमति दी जाती है। वहीं अगर कोई भारतीय टीम का सदस्य इस टूर्नामेंट में भाग लेता है तो वह मैचों में अपनी प्लेइंग इलेवन और नॉन-प्लेइंग इलेवन की स्थिति के आधार पर 20 खिलाड़यिों से अधिक मैच फीस का पात्र होगा।

टूर्नामेंट में मैच फीस का भुगतान कैसे किया जा सकता है, बीसीसीआई ने इस पर एक सामान्य एडवाइजरी भी जारी की है। बोर्ड के मुताबिक 20 खिलाड़ियों में से प्लेइंग इलेवन का हिस्सा बनने वाले खिलाड़ी 2.4 लाख रुपए की पूरी मैच फीस के हकदार होंगे, जबकि शेष 9 खिलाड़ियों को इसका 50 प्रतिशत मिलेगा। बीसीसीआई ने यह भी निर्धारित किया है कि प्रत्येक टीम के लिए रिपोर्टिंग की तारीख 10 फरवरी है। इसी दिन से टीम पांच दिवसीय क्वारंटीन शुरू करेगी जो 14 फरवरी को समाप्त होगा। दो दिनों के अभ्यास के बाद पहले दौर के मैच 17 फरवरी से शुरू होंगे।

देश भर के 9 केंद्र कटक, राजकोट, चेन्नई, अहमदाबाद, त्रिवेंद्रम, दिल्ली, हरियाणा, गुवाहाटी और कोलकाता इस दो चरणों वाले टूर्नामेंट के मैचों की मेजबानी करेंगे। बीसीसीआई के मुताबिक प्रत्येक टीम को तीन लीग मैचों की अनुमति है और पहला चरण एलीट डिवीजन में सबसे कम रैंक वाली टीम और प्लेट में सर्वोच्च रैंक वाली टीम के बीच प्री-क्वार्टर फाइनल मैच के साथ समाप्त होगा। प्री-क्वार्टर फाइनल 12 से 16 मार्च तक होंगे और फिर शेष मैच आईपीएल के बाद 30 मई से 26 जून तक खेले जाएंगे