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नई दिल्लीः इंग्लैंड दौरे पर गई भारतीय टीम का हालिया प्रदर्शन देखकर हर कोई कप्तान विराट कोहली की आलोचना कर रहा है। अंतिम 11 के चयन और खिलाड़‍ियों को पर्याप्‍त मौके दिए बिना बाहर करने को लेकर कई पूर्व क्रिकेटर उनकी आलोचना कर रहे हैं। टीम की कमान संभालते हुए उन्होंने 38 मैचों में कभी भी लगातार दो मैच में एक टीम नहीं खिलाई, लेकिन यह सिलसिला इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान टूटा। अब उनकी कप्तानी पर एक और सवाल खड़ा हो रहा है।

दरअसल, कोहली के रिव्यू लेने पर सवाल उठ रहे हैं। अंपायर के फैसले के बाद रिव्यू लेने के मामले में पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का रिकाॅर्ड शानदार रहा। उनके फैंस तो इस रिव्यू सिस्टम को 'धोनी रिव्यू सिस्टम' कह कर पुकारते हैं। खुद कोहली ने जनवरी, 2017 में कहा था कि इस मामले में धोनी का योगदान अमूल्‍य है। कोहली ने तब माना भी था कि वह डीआरएस को लेकर धोनी पर आंखें बंद करके भी विश्वास कर लेंगे।

ओवल मैदान पर जारी सीरीज के आखिरी टेस्ट में कोहली रिव्यू लेने के मामले में फिर फेल हुए। रवींद्र जडेजा की गेंदबाजी पर कीटन जेनिंग्‍स ने लाइन से अलग जाकर शॉट खेलने की कोशिश की और गेंद उनके पैड पर जा लगी। भारतीयों ने अपील की मगर अंपायर ने आउट नहीं दिया। कोहली ने पंत से पूछा फिर जडेजा की ओर देखा। जडेजा कह रहे थे कि उन्‍हें क्लियर नहीं है कि गेंद का इम्‍पैक्‍ट कहां होगा। फिर भी कोहली ने अधूरे मन से रिव्‍यू लेने का इशारा किया। रिप्ले में देखने के बाद कोहली का यह फैसला गलत साबित हुआ।

इतना ही नहीं इंग्लैंड की पारी के 12वें ओवर में भी यही हुआ, जब गेंद आॅफ स्टंप के बाहर थी, एलिस्टर कुक के पैड पर लगी और भारतीयों ने अपील की। अंपायर के नाॅटआउट देने पर कोहली ने इधर-उधर देखा फिर रिव्‍यू लेने का इशारा कर दिया। कमेंटरी कर रहे ग्राएम स्‍वान ने कहा कि भारत अपने रिव्‍यू बर्बाद कर रहा है। रिप्‍ले में यह बात पुष्‍ट हो गई। 

इन सब के बाद इंग्‍लैंड के पूर्व कप्‍तान माइकल वॉन ने कोहली को लेकर ट्वीट किया, ''विराट दुनिया के सर्वश्रेष्‍ठ बल्‍लेबाज हैं, मगर वह दुनिया के सबसे घटिया रिव्‍युअर हैं।''