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नई दिल्ली : विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता दीपक पूनिया को यूनाईटेड विश्व कुश्ती (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) ने साल का सर्वश्रेष्ठ जूनियर फ्रीस्टाइल पहलवान चुना है। पूनिया ने पिछले सत्र में शानदार प्रदर्शन किया और इस दौरान सफलतापूर्वक जूनियर से सीनियर सर्किट में जगह बनाने में सफल रहे। पूनिया सत्र में शानदार प्रदर्शन करते हुए 18 साल में जूनियर विश्व खिताब जीतने वाले पहले भारतीय पहलवान बने। इसके बाद उन्होंने सीनियर विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में पदार्पण करते हुए रजत पदक जीता।

पूनिया ने कहा, ‘मैं बेहद खुश हूं। दुनिया भर के पहलवानों के बीच से चुना जाना मेरे लिए बड़े सम्मान की बात है। अपने प्रदर्शन में सुधार करने और अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए यह मेरे लिए प्रेरणा का बड़ा स्रोत है।' यह 18 वर्षीय भारतीय पहलवान नूर सुल्तान में विश्व चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाने वाले एकमात्र भारतीय था। चोट के कारण पूनिया फाइनल में ईरान के हसन याजदानी के खिलाफ मैट पर नहीं उतर पाए लेकिन उन्होंने अपने पदार्पण को यादगार बनाते हुए 86 किग्रा वर्ग में तोक्यो ओलंपिक में जगह बनाई। इस शानदार प्रदर्शन की बदौलत वह 86 किग्रा वर्ग की यूडब्ल्यूडब्ल्यू रैंकिंग में नंबर एक स्थान पर पहुंच गए हैं।

विश्व कैडेट 2016 चैंपियन पूनिया बीजिंग ओलंपिक के रजत पदक विजेता और 2003 विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता मुराद गाइदारोव के मार्गदर्शन में कड़ी ट्रेनिंग कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘मैंने अब तक उनके साथ कुछ दिन की जो ट्रेनिंग की है उससे मैं काफी संतुष्ट हूं। गाइदारोव मेरी कमजोरियों पर कड़ी मेहनत कर रहे हैं। मैंने अपनी गति पर काम किया है और मैं बेहतर हो रहा हूं।' पूनिया ने कहा, ‘इसमें कोई संदेह नहीं कि मेरे आत्मविश्वास के स्तर में सुधार हो रहा है। मैं अब अगले साल तोक्यो ओलंपिक में अपना शत प्रतिशत देने के लिए अधिक उत्सुक और प्रेरित हूं और मैं टाटा मोटर्स का आभारी हूं कि वे मेरी सारी जरूरतों का ध्यान रख रहे हैं।'