विशाखापत्तनम : इंडियन प्रीमियर लीग 12 के दूसरे क्वालीफायर मुकाबले में चेन्नई सुपरकिंग्स ने दिल्ली को 6 विकेट से हारकर जीत प्राप्त कर ली है। इसी के साथ ही चेन्नई ने दिल्ली का फाइनल जीतने का सपना भी तोड़ दिया है। टाॅस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी दिल्ली ने 9 विकेट के नुकसान पर 20 ओवर खेलते हुए 147 रन बनाए। इसके जवाब में उतरी चेन्नई ने 4 विकेट गंवाकर 6 गेंदें रहते 151 रन बनाकर मैच को अपने नाम कर लिया। अब 12 मई को चेन्नई और मुंबई इंडियंस के बीच फाइनल मैच खेला जाएगा।
दिल्ली की शुरुआत खास नहीं रही और 2.3 ओवर में ही पृथ्वी शाॅ के रूप में टीम को पहला झटका लगा। शाॅ 6 गेंदों पर एक चौके की मदद से 5 रन बनाकर दीपक चाहर की गेंद पर एलबीडब्ल्यू आउट हो गए। दिल्ली के दूसरे ओपनिंग बल्लेबाज शिखर धवन 14 गेंदों पर 3 चौकों की मदद से 18 रन बनाकर 5.2 ओवर में हरभजन सिंह की गूगली का शिकार हो गए और धोनी को कैच दे बैठे। अभी दिल्ली का स्कोर 50 के पार ही पहुंचा था कि काॅलिन मुनरो के रूप में एक और खिलाड़ी पवेलियन लौट गया। मुनरो 24 गेंदों पर 4 चौकों की मदद से 27 रन बनाते हुए 8.5 ओवर में डीजे ब्रावो के हाथों कैच आउट हो गए। इस दौरान रविंद्र जडेजा गेंदाबाजी कर रहे थे।
श्रेयस अय्यर 11.3 ओवर में 18 गेंदों में एक चौके की मदद से 13 रन बनाकर इमरान ताहिर की गेंद पर रैना के हाथों कैच आउट हुए। अभी पांच रन ही हुए थे कि एक्सर पटेल भी अपना विकेट गंवा बैठे। वह डीजे ब्रावो की गेंद पर ताहिर को कैच दे बैठे और 6 गेंदों पर 3 रन बनाकर पवेलियन लौट आए। अभी दिल्ली का स्कोर 102 पर ही पहुंचा था कि शेरफेन रदरफोर्ड भज्जी की गूगली का शिकार हो गए और 12 गेंदों पर एक छक्के की मदद से 10 रन बनाकर शेन वॉटसन के हाथों कैच आउट हो गए। कीमो पाल 17.5 ओवर में 7 गेंदों पर 3 रन बनाकर ब्रावो की गेंद का निशाना बनकर बोल्ड आउट हो गए। पाल के बाद ऋषभ पंत 18.4 ओवर में पवेलियन लौट गए। वह चाहर की गेंद पर ब्रावो के हाथों कैच आउट हुए। पंत ने 25 गेंदों पर 38 रन बनाए जिसमें एक छक्का और 2 चौके शामिल थे। इसके बाद ट्रेंट बोल्ट 19.3 ओवर में जडेजा के हाथों बोल्ड हुए। उन्होंने एक छक्के की मदद से 3 गेंदों पर 6 रन बनाए। अंत में अमित मिश्रा (3 गेंदों पर एक चौके की मदद से 6 रन) और इशांत शर्मा (3 गेंदों पर एक छक्के और एक चौके की मदद से 10 रन) नाबाद वापस लौटे।
चेन्नई के गेंदबाजों की बात करें तो ब्रावो के अलावा चाहर ने 28, हरभजन ने 31, जडेजा ने 23 रन देकर 2-2 विकेट झटके जबकि ताहिर 28 रन देकर एक ही विकेट हासिल कर पाए। शार्दुल ठाकुर ने एक ओवर खिलाया और इस दौरान 13 रन दिए लेकिन कोई विकेट नहीं ले पाए।
दिल्ली के मुकाबले चेन्नई की शुरुआत शानदार रही और ओपनिंग करने फाफ डू प्लेसिस और शेन वाॅटसन ने 10 ओवर में स्कोर 80 के पार पहुंचा दिया था। लेकिन अर्धशतक लगाते हुए 11वें ओवर की दूसरी गेंद पर डू प्लेसिस बोल्ट की गेंद पर पाल के हाथों कैच आउट हो गए। उन्होंने 39 गेंदों पर एक छ्क्के और 7 चौकों की मदद से 50 रन बनाए। 13वें ओवर की दूसरी गेंद पर अमित मिश्रा ने वाॅटसन को बोल्ट के हाथों आउट करवा दिया। वाॅटसन की किस्मत अच्छी रही और वह भी अर्धशतक लगाने में कामयाब रहे। उन्होंने 32 गेंदों पर 4 छ्क्कों और 3 चौकों की मदद से 50 रन बनाए। चेन्नई का तीसरा विकेट सुरेश रैना का गिरा और वह 16वें ओवर की आखिरी गेंद पर पटेल के हाथों बोल्ड हुए। टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी इशांत की 19वें ओवर की चौथी गेंद का शिकार होकर पाल के हाथों कैच आउट होकर अपना विकेट गंवा बैठे और मैच खत्म नहीं कर पाए। वह 9 गेंदों पर एक चौके की मदद से 9 रन बनाकर पवेलियन लौटे। अंत में अंबाती रायडू (20 रन) और ब्रावो टीम को जीत दिलाकर नाबाद वापस लौटे।
दिल्ली के गेंदबाजों की बात करें तो बोल्ट ने 20, इशांत ने 24, पाल ने 32 और मिश्रा ने 21 रन देकर एक-एक विकेट हासिल किया जबकि पाल ने सबसे अधिक 49 रन दिए लेकिन टीम को कोई विकेट नहीं दिला पाए।
प्लेइंग इलेवन
चेन्नई सुपरकिंग्स : फाफ डु प्लेसिस, शेन वॉटसन, सुरेश रैना, अंबाती रायडू, एमएस धोनी (विकेटकीपर और कप्तान), ड्वेन ब्रावो, रवींद्र जडेजा, हरभजन सिंह, दीपक चाहर, शार्दुल ठाकुर, इमरान ताहिर
दिल्ली कैपिटल्स : पृथ्वी शॉ, शिखर धवन, श्रेयस अय्यर (कप्तान), ऋषभ पंत (विकेटकीपर), कॉलिन मुनरो, एक्सर पटेल, शेरफेन रदरफोर्ड, केमो पॉल, अमित मिश्रा, ट्रेंट बाउल्ट, इशांत शर्मा