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मुंबईः पिछले कुछ समय से भारत के लिये सीमित ओवरों की क्रिकेट में विकेटकीपर की भूमिका निभा रहे केएल राहुल (KL Rahul) ने कहा कि विकेटों के पीछे दिग्गज महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) की जगह लेने का बहुत अधिक दबाव रहता है क्योंकि प्रशंसक आपसे काफी उम्मीदें लगाये रहते हैं। 

केएल राहुल विकेटकीपर की भूमिका

धोनी ने 2014 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था और पिछले साल इंग्लैंड में खेले गये विश्व कप सेमीफाइनल के बाद से उन्होंने सीमित ओवरों की क्रिकेट भी नहीं खेली है। राहुल ने इस साल जनवरी में आस्ट्रेलिया के खिलाफ सीमित ओवरों की श्रृंखला में विकेटकीपर की भूमिका निभायी और न्यूजीलैंड दौरे के दौरान भी उन्होंने यह जिम्मेदारी संभाली।

केएल राहुल विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी

राहुल ने में कहा, ‘‘जब मैं भारत की तरफ से विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी निभा रहा था तो नर्वस था क्योंकि दर्शकों के कारण आप पर दबाव रहता है। अगर आप चूक जाते हैं तो लोग सोचते हैं कि आप महेंद्र सिंह धोनी की जगह नहीं ले सकते।’’ उन्होंने कहा, ‘‘धोनी जैसे दिग्गज विकेटकीपर की जगह लेने का दबाव बहुत अधिक था, क्योंकि विकेटकीपर के रूप में किसी को स्वीकार करने पर लोगों के दिमाग में यह बात जरूर आती है।’’ अब तक 32 वनडे और 42 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके राहुल ने कहा कि विकेटकीपिंग उनके लिये नया काम नहीं है क्योंकि वह इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के दौरान तथा अपनी रणजी टीम कर्नाटक की तरफ से पहले भी यह भूमिका निभा चुके हैं। 

केएल राहुल किसी भी तरह की भूमिका निभाने के लिये तैयार

उन्होंने कहा, ‘‘जो लोग क्रिकेट पर नजर रखते हैं वे जानते हैं कि मैं लंबे समय तक विकेटकीपिंग से दूर नहीं रहा क्योंकि मैंने आईपीएल और जब भी कर्नाटक की तरफ से खेला तब विकेट के पीछे भी जिम्मेदारी संभाली। ’’राहुल ने कहा, ‘‘मैं हमेशा विकेटकीपिंग के संपर्क में रहता हूं लेकिन मैं ऐसा इंसान भी हूं जो टीम की जरूरत के हिसाब से किसी भी तरह की भूमिका निभाने के लिये तैयार रहता हूं। ’’