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जालन्धर (स्पोर्ट्स वैब डैस्क) : ऑस्ट्रेलिया के धाकड़ बल्लेबाज डेविड वॉर्नर ने आज ही के दिन 2017 में टैस्ट मैच की पहली पारी में लंच से पहली ही शतक लगा दिया था। ऐसा करने वाले वह दुनिया के 5वें बल्लेबाज थे। वॉर्नर जब शतक लगाकर लंच के लिए ड्रैसिंग रूम में लौटे तो टीम का स्कोर 126/0 रन था। इनमें 100 रन अकेले वॉर्नर ने ही बनाए थे।

पहले विकेट के लिए जुड़े थे 413 रन
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टैस्ट क्रिकेट में न्यूजीलैंड के खिलाफ आज ही के दिन यानी 1956 में पहली विकेट के लिए भारत के सलामी बल्लेबाज वीनू मांकड और पंकज रॉय ने 413 रन बनाए थे। यह पहली विकेट के लिए अब दूसरी रिकॉर्ड साझेदारी है। रॉय ने 173 तो मांकड ने 231 रन बनाए थे। पहले नंबर पर साऊथ अफ्रीका के प्लेयर नील मैकेंजी और जी स्मिथ बने हुए हैं। दोनों ने बांगलादेश के खिलाफ पहली पारी में 415 रन बनाए।

कपिल ने किए 300 विकेट पूरे
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1987 में कपिल देव ने श्रीलंका के खिलाफ अपनी जीत के अलावा 300 विकेट पूरे किए थे। इसी दिन दिलीप वेंगसकर ने अपनी करियर बैस्ट 166 रन बनाए थे।

इंगलैंड ने 24 साल बाद जीती एशेज
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2011 में आज ही के दिन इंगलैंड ने ऑस्ट्रेलिया से 24 साल बाद एशेज सीरीज जीती थी। सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में खेले गए आखिरी टैस्ट के दौरान मैन ऑफ द मैच एलिस्टर कुक के शानदार 189 रन (सीरिज की 7 पारियों में 766) की बदौलत ऑस्ट्रेलिया को हरा दिया था। इंगलैंड के खिलाड़ी पॉल कोलिंगवुड के क्रिकेट करियर का भी यह आखिरी टैस्ट था।

इमरान खान ने ली थी रिटायरमैंट
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पाकिस्तान के सफलतम कप्तानों में से एक इमरान खान ने आज ही के दिन 1992 में श्रीलंका के खिलाफ टैस्ट मैच खेलते हुए क्रिकेट को अलविदा कहा था। 1971 में डैब्यू कर पाकिस्तान के लिए टैस्ट क्रिकेट में 362 विकेट लेने वाले इमरान ने बल्ले से भी कहर बरपाते हुए 3807 रन बनाए थे। इनमें 6 शतक शामिल हैं।

एशेज दौरान ऑस्ट्रेलिया की धरती पर पहला ड्रा टैस्ट
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इंगलैंड और ऑस्ट्रेलिया में एशेज सीरिज के तहत पहला टैस्ट 1882 में हुआ था। लेकिन क्या आपको पता है कि 1947 में मेलबोर्न के मैदान पर खेले गए टैस्ट मैच में ऐसी क्या खास बात हो गई कि आज भी इसे याद किया जाता है। हम आपको बताते हैं। इस टैस्ट मैच को इंगलैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए पहले ड्रा टैस्ट के तौर पर जाना जाता है, जोकि ऑस्ट्रेलिया के मैदान पर खेला गया था। इससे पहले इंगलैंड और ऑस्ट्रेलिया में जितने भी मुकाबले हुए, उनमें नजीता जरूर निकलते थे। लेकिन इस मैच में हार-जीत नहीं निकलती देख मैच को छठें दिन तक खींचा गया। लेकिन नतीजा फिर भी न निकलने पर आखिरकार मैच को ड्रा घोषित कर दिया गया।