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स्पोर्ट्स डेस्क : ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में भारतीय खिलाड़ियों जिसमें खासकर मोहम्मद सिराज और जसप्रीत बुमराह शामिल थे, को नस्लीस टिप्पणियों का सामना करना पड़ा था। इस बाबत भारतीय टीम ने शिकायत भी दर्ज करवाई थी। अब क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने इस बात की पुष्टि की है कि भारतीय खिलाड़ियों को नस्लीय दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ा था। 

बुमराह और सिराज की शिकायत के बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने न्यू साऊथ वेल्स पुलिस के साथ मिलकर नस्लीय दुर्व्यवहार को लेकर जांच शुरू की थी। सिडनी में तीसरे टेस्ट के तीसरे दिन जब खेल शुरू हुआ तो कुछ देर बाद लोगों ने बुमराह और सिराज पर नस्लीय टिप्पणियां करनी शुरू कर दी। इसके बाद सिराज ने अंपायर को इस बारे में बताया जिसके बाद करीब 6 लोगों को स्टेडियम से भी बाहर निकाल दिया गया था। 

सीए अखंडता प्रमुख शॉन कैरोल ने एक बयान में कहा, सीए ने पुष्टि की कि भारतीय क्रिकेट टीम के सदस्य नस्लीय दुर्व्यवहार के शिकार हुए थे। इस मामले में सीए की अपनी जांच जारी है, सीसीटीवी फुटेज, टिकटिंग डेटा और दर्शकों के साथ साक्षात्कार कर इस मामले (नस्लीय दुर्व्यवहार) से जुड़े लोगों का पता लगाने की कोशिश जारी है। 

सीए की जांच ने निष्कर्ष निकाला कि 86वें ओवर की समाप्ति पर टेस्ट के तीरसे दिन ब्रेवॉन्ग स्टैंड में दर्शकों द्वारा वीडियो बनाना और मीडिया द्वारा फोटो खिंचना, नस्लवादी व्यवहार नहीं था। सीए ने कहा कि उन्होंने अपनी रिपोर्ट अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की वैश्विक शासी निकाय को सौंप दी है। बोर्ड ने कहा कि उन्हें पुलिस से इस मामले में पुष्टि का इंतजार है कि उन्होंने अपनी जांच पूरी कर ली है। 

गौर हो कि सिडनी में खेला गया तीसरा टेस्ट मैच रविचंद्र अश्विन और हनुमा विहारी की पारी की बदौलत ड्रा रहा जिसके बाद भारत ने चौथा टेस्ट जीतकर 2-1 से सीरीज अपने नाम की। इससे पहले फर्स्ट टेस्ट ऑस्ट्रेलिया और दूसरा भारत ने अपने नाम किया था।