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नई दिल्ली : भारतीय पुरुष हॉकी टीम के पूर्व खिलाड़ी विक्रम कांत ने कहा कि कोचिंग में अपना करियर बनाने वाले खिलाडिय़ों के लिए हॉकी इंडिया का कोचिंग एजुकेशन कार्यक्रम नयी दिशा है। विक्रम ने हॉकी इंडिया कोचिंग कार्यक्रम के मूल स्तर, लेवल 1 और लेवल 2 को पूरा किया है। उन्होंने एफआईएच लेवल 1 और 2 का सर्टिफिकेशन  भी पूरा किया है।

विक्रम ने कहा- कोचिंग हमेशा मेरे दिमाग में थी। मेरा अंतरराष्ट्रीय करियर खत्म होने बाद भी मैं युवा खिलाडिय़ों के साथ समय बिताना पसंद करता था। लेकिन जब हॉकी इंडिया ने यह कार्यक्रम की शुरुआत की तो मुझे लगा कि मुझे इसे करना चाहिए। हॉकी इंडिया कोचिंग एजुकेशन से मुझे कोचिंग में जाने और सही प्रक्रिया करने तथा कोचिंग समझने के लिए नई दिशा मिली। यह मेरे लिए नया है और मैंने इसका आनंद लिया।

पूर्व खिलाड़ी ने कहा- भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के पूर्व ट्रेनी के तौर पर मुझे जब भी युवा खिलाडिय़ों का मागदर्शन करने का मौका मिला, मैंने किया। मैंने मेंटर के रुप में भी अपने कार्य का आनंद लिया और युवा खिलाडिय़ों को सही दिशा दिखाई तथा अपने अंतरराष्ट्रीय करियर से सीख लेकर सही तकनीक बताई। इसका उद्देश्य एक ही था कि यह खिलाड़ी वो गलती नहीं करें जो हमने की थी।