बातुमि जॉर्जिया से निकलेश जैन : विश्व शतरंज ओलंपियाड में भारत अपनी पदक की उम्मीद पूरी नहीं कर सका और पुरुष वर्ग में छठे तो महिला वर्ग में आठवे स्थान पर रहा । 189 देशो के प्रतिभगिता में छठा स्थान बुरा नहीं है पर भारत के शतरंज जो रुतबा है उसके हिसाब से भारत से इस बार पदक की बड़ी उम्मीद लोगो ने लगा रखी थी। पुरुष टीम को छठा स्थान - भारतीय टीम अपना अंतिम मुकाबला जीत नहीं सकी और उसने पोलैंड से ड्रॉ खेलते हुए उसे भी खिताब हासिल करने से रोक दिया। भारत की ओर से विश्वनाथन आनंद, पेंटला हरिकृष्णा, विदित गुजराती और अधिबन भास्करन नें अपने अपने मुकाबले ड्रॉ खेले और इस तरह भारत अंक तालिका में 16 अंक लेकर छठे स्थान पर रहा।
महिला वर्ग में भारत नें मंगोलिया को 3-1 पराजित करते हुए शीर्ष 10 में वापसी करते हुए 8 वां स्थान हासिल किया । भारत की ओर से हारिका द्रोणावल्ली और तनिया सचदेव नें जीत दर्ज की जबकि पद्मिनी राऊत और ईशा करवाड़े नें अपने मुक़ाबले ड्रॉ खेले। चीन नें महिला और पुरुष दोनों वर्ग के स्वर्ण पदक जीतकर रूस के बाद ऐसा करने वाला दूसरा देश होने का गौरव हासिल कर लिया । चीन की और से विश्व महिला चैम्पियन जु वेंजून और पुरुषों में विश्व नंबर 3 डींग लीरेंन नें खिताब जीतने में मुख्य भूमिका निभाई। दोनों नें व्यक्तिगत श्रेणी में भी एसडबल्यूआरएन पदक जीते।