Sports

जालन्धर : चेतेश्वर पुजारा की छवि ही कुछ ऐसी है कि उन्हें पहले नजर में कोई भी टैस्ट क्रिकेटर समझ लेता है। इस बार जब वह आईपीएल में नहीं चुने गए तो उनके प्रति उस धारणा को मजबूती मिली थी जिसमें कहा गया था कि वह फटाफट क्रिकेट के लिए फिट नहीं है। दरअसल पुजारा सिर्फ टैस्ट क्रिकेट में ही बढिय़ा प्रदर्शन कर पाते हैं। उन्होंने भारत की तरफ से 57 टैस्ट में 4496 रन बनाए है। इसमें 14 शतक तो 17 अर्धशतक शामिल हैं। लेकिन बात जब वनडे की आती है तो उनका प्रदर्शन इस क्षेत्र में काफी कमजोर है। वह भारत की ओर से अब तक केवल पांच वनडे ही खेल पाए हैं।

बीते महीने जब उन्हें आईपीएल में किसी टीम ने नहीं चुना था तो वह अपनी लय बरकरार रखने के लिए काउंटी क्रिकेट की ओर मुड़ गए थे। हालांकि यार्कशायर की ओर से खेलते हुए उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था। नौट्स के खिलाफ 2,18, समरसैट के खिलाफ 7,6, एसेक्स के खिलाफ 9,41 तो सरी के खिलाफ वह 17,0 रन ही बना पाए थे। लेकिन अब जब वह काउंटी क्रिकेट में ही लिस्ट ए क्रिकेट की ओर मुड़ गए हैं तो उनकी शानदार फॉर्म लौट आई है। पुजारा पिछले चार मैचों में कुल 331 रन बना चुके हैं। खास बात यह है कि इन चार मैचों में पुजारा के नाम तीन अर्धशतक तो एक शतक दर्ज है। 

पुजारा ने अपना पहला लिस्ट ए मुकाबला डुरहम के खिलाफ खेला था। इसमें उन्होंने 92 गेंदों में 82 रन बनाए थे। वार्कशायर के खिलाफ इससे अगले मैच में पुजारा ने 73 रन की पारी खेली। वोक्र्स के खिलाफ तीसरे मैच में उन्होंने शानदार 101 रन बनाए जबकि बीते दिन लीस के विरुद्ध खेलते हुए उन्होंने नॉट आऊट 75 रन बनाए थे। उनका बल्लेबाजी औसत 110.33 तो स्ट्राइक रेट 91.18 चल रहा है। टीम इंडिया ने अगले साल इंगलैंड में ही वल्र्ड कप खेलना है, ऐसे में काउंटी का यह अनुभव भारत के लिए काफी काम आ सकता है।