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नई दिल्ली : फवाद मिर्जा की तोक्यो खेलों के लिए क्वालीफाई करने की उम्मीदों को उनके पसंदीदा घोड़े के चोटिल होने से झटका लगा है लेकिन एशियाई खेलों के दोहरे रजत पदक विजेता को भरोसा है कि वह ओलंपिक की घुड़सवारी प्रतियोगिता के लिए क्वालीफाई कर लेंगे। मिर्जा ने पिछले साल सुर्खियां बटोरी जब जकार्ता में 1982 के बाद एशियाई खेलों की घुड़सवारी प्रतियोगिता में व्यक्तिगत पदक जीतने वाले पहले भारतीय बने और साथ ही टीम को दूसरे स्थान के साथ रजत पदक दिलाने में भी अहम भूमिका निभाई।

मिर्जा की नजरें अब तोक्यो खेलों के लिए क्वालीफाई करने पर टिकी हैं लेकिन उन्हें पूरे साल अपने पसंदीदा घोड़े सेगनूर मेडिकोट की सेवाएं नहीं मिलेंगी। अर्जुन पुरस्कार विजेता मिर्जा ने बताया, ‘दुर्भाग्य से एशियाई खेलों में मुझे दो पदक दिलाने में मदद करने वाला मेरा पसंदीदा घोड़ा सेगनूर मेडिकोट इस साल चोटिल हो गया। इसलिए वह पूरे सत्र के लिए बाहर हो गया जो बड़ा झटका है।' उन्होंने कहा, ‘मैंने उतार-चढ़ाव का सामना किया। इस घोड़े को गंवाना बड़ा झटका था। हमारा खेल काफी कड़ा है और जब आप अच्छे घोड़े को गंवा देते हो तो यह और मुश्किल हो जाता है। मेरे पास हालांकि दो युवा घोड़े हैं जो क्वालीफाई कराने में सक्षम हैं।' मिर्जा ने कहा, ‘नए घोड़ों के साथ मुझे ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने की उम्मीद है लेकिन उनके साथ यह आसान नहीं होगा।'