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नई दिल्ली: पूर्व कप्तान बाईचुंग भूटिया ने कहा है कि भारत को अधिक टीमों के पूल के साथ ‘प्रमोशन-रेलीगेशन' प्रणाली को लागू करना चाहिए। भूटिया ने इस तरह संकेत दिए हैं कि आईलीग और आईएसएल का विलय ही भविष्य के लिए सही है।

पूर्व भारतीय कप्तान ने स्पष्ट तौर पर कुछ नहीं कहा लेकिन ऐसा लगा कि इंडियन सुपर लीग और आईलीग से जुड़े विवाद के हल के लिए वह विलय के विचार के खिलाफ नहीं हैं। भूटिया ने कहा, ‘मैं विलय की बात नहीं कर रहा। हमारे पास अलग अलग डिविजन में अधिक टीमें होनी चाहिए, जैसे कि प्रथम डिविजन, द्वितीय डिविजन और तृतीय डिविजन, जहां रेलीगेशन और प्रमोशन की प्रणाली हो। पूरी दुनिया में यही प्रारूप है और मुझे लगता है कि हमें जल्द ही यह प्रारूप अपनाना होगा।' 

भूटिया अखिल भारतीय गेमिंग महासंघ और फिक्की द्वारा आयोजित सत्र ‘इंटीग्रिटी इन स्पोर्ट्स' के इतर बोल रहे थे। भूटिया का साथ ही मानना है कि आईलीग क्लबों का फीफा से संपर्क करने का कदम भी काम नहीं करेगा क्योंकि वैश्विक संस्था भी अंतत: इस झमेले को हल करने की जिम्मेदारी एआईएफएफ पर ही डाल देगी।