Sports

नई दिल्लीः एक तरफ जहां भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी कार एसिडेंट के बाद परेशानी में हैं, तो वहीं दूसरी ओर उनकी पत्नी हसीन जहां लगातार उनके खिलाफ बोलती जा रही हैं। हसीन ने पहले शमी पर आरोप लगाए थे कि उन्होंने फिक्सिंग की है आैर पाकिस्तान की लड़की अलिश्बा से उसके लिंक हैं। जब बीसीसीआई ने इसपर जांच की तो शमी बेकसूर निकले। बीसीसीआई ने उन्हें 'ए ग्रेड' में शामिल भी कर लिया, लेकिन इसके बाद हसीन इस फैसले के खिलाफ उतरी। हसीन ने शुक्रवार को बीसीसीआई का दरवाजा खटखटाया, लेकिन बोर्ड ने हसीन को करारा जवाब दिया। 

BCCI को मामले में दखल देने की सिफारिश की
हसीन कुछ दिन पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिली। ममता बनर्जी से मुलाकात का कोई फायदा नहीं होता दिखा, तो हसीन ने बीसीसीआई का रुख किया। उसने बोर्ड के कार्यकारी अध्यक्ष सीके खन्ना से मुलाकात की आैर कहा कि बीसीसीआई उनके आैर शमी के बीच के मामले में दखल करे, लेकिन खन्ना ने किसी तरह का सहयोग देने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि जहां ने मुझसे कहा कि मैं मोहम्मद शमी पर दबाव बनाऊं। वहीं अब हसीन शमी पर लगाए मैच फिक्सिंग के आरोपों को मीडिया के सिर पर मढ़ रही हैं। उनके मुताबिक मीडिया ने उनकी बात को तोड़ मरोड़ कर पेश किया था। 

खन्ना ने दी सफाई
बहरहाल खन्ना ने हसीन जहां से मामले पर बहुत ही सफाई से कहा कि बीसीसीआई निजी मामले में कोई दखल नहीं देता। हमने पहले ही साफ कर दिया था कि बोर्ड को सिर्फ शमी पर लगाए गए मैच फिक्सिंग आरोपों से लेना-देना है। बाकी यह निजी और परिवार का मसला है। यह विवाद परिवार के बीच ही सुलझना चाहिए।

उल्लेखनीय है कि हसीन ने शमी पर मैच फिक्सिंग के अलावा कई संगीन आरोप लगाए थे। हसीन ने कोलकाता में शमी पर पुलिस थाने में  धारा 307 (हत्या की कोशिश का आरोप), 498 ए (घरेलू हिंसा), 506 (आपराधिक धमकी), 328 (जहर के जरिए नुकसान पहुंचाना), 34 (कई लोगों द्वारा किसी अपराध को अंजाम देने के लिए साझा साजिश) और 376 (बलात्कार) सहित कई धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कराया है। हालांकि शमी बीसीसीआई द्वारा फिक्सिंग के आरोपों से मुक्त हैं।