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नागपुरः बीसीसीआई आईसीसी भविष्य दौरा एवं कार्यक्रम (एफटीपी) बैठक में अपना दबदबा बनाये रखने को तैयार है क्योंकि बोर्ड आगामी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के दौरान जिन छह देशों से खेलेगा, उसमें से पाकिस्तान को बाहर रखेगा। दो दिवसीय बैठक सात दिसंबर से सिंगापुर में शुरू होगी। पाकिस्तान की अनदेखी करने के अलावा बीसीसीआई उस एफटीपी को भी सही करने की कोशिश करेगा जिसे मौजूदा व्यवस्था त्रुटिपूर्ण कहती है जिसमें प्रत्येक वर्ष फरवरी-मार्च और अक्तूबर-नवंबर में दो घरेलू श्रृंखलायें होती हैं।   

वर्ष 2019 से शुरू होकर जिस कार्यक्रम को मंजूरी दी गयी है, उसमें नौ शीर्ष टेस्ट टीमें दो साल की टेस्ट चैम्पियनशिप में दो साल में छह सीरीज (घरेलू और विदेशी टीम की सरजमीं पर तीन तीन सीरीज) खेलेगी। विश्वस्त सूत्रों से पता चला है कि अगले महीने सिंगापुर में आगामी बैठक के दौरान बीसीसीआई अपने छह प्रतिद्वंद्वियों में आस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका और बांग्लादेश का नाम देगा।  

बीसीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी और कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी के बैठक के लिये सिंगापुर जाने की उम्मीद है। बीसीसीआई एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम नहीं बताने की शर्त पर पीटीआई से कहा, ‘‘आईसीसी जमीनीं हकीकत से वाकिफ है और विशेषकर चेयरमैन शशांक मनोहर क्योंकि वह कुछ समय पर बीसीसीआई के अध्यक्ष थे। हम पाकिस्तान से नहीं खेल सकते क्योंकि यह भारत सरकार का विशेषाधिकार है, वही हमें द्विपक्षीय सीरीज में खेलने की अनुमति देगा। ’’