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नई दिल्ली : बायो-बबल में कोरोना संक्रमण के चलते रद्द हुए आईपीएल 2021 सत्र के शेष हिस्से को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) सितंबर-अक्टूबर में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में कराने की तैयारी कर रहा है। बोर्ड आगामी 29 मई को अपनी विशेष आम बैठक (एसजीएम) के बाद इस संबंध में आधिकारिक घोषणा कर सकता है। खबरें यह हैं कि कोरोना के कारण स्थगित आईपीएल का 14वां संस्करण 16 से 20 सितंबर के आसपास फिर से शुरू और 9 या 10 अक्टूबर को खत्म हो सकता है, हालांकि आयोजन का यह समय आगामी टी-20 विश्व कप के हिसाब से ठीक नहीं बैठता है जो 18 अक्टूबर से शुरू हो रहा है।

दोनों टूर्नामेंट समय और स्थान के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं, हालांकि बीसीसीआई के एक सदस्य ने यह पुष्टि की है कि टी-20 विश्व कप के संभावित मेजबान आयोजक अमीरात क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने उन्हें आश्वासन देते हुए शेष आईपीएल की शैड्यूलिंग में लचीली व्यवस्था करने पर सहमत जताई है। समझा जाता है कि ब्रांडिंग और अन्य गतिविधियों की तैयारी के लिए टी-20 विश्व कप की शुरुआत से दस दिन पहले आईसीसी को मैदान सौंपने के कारण आईपीएल शेड्यूलिंग मुश्किल हो जाएगी। ऐसे में तीन उपलब्ध स्थानों दुबई, शारजाह और अबु धाबी में मैचों को संक्रमण मुक्त तरीके से आयोजित करने की योजना है। इस स्थिति में बीसीसीआई को आखिरी कुछ मुकाबले एक ही मैदान पर करवाने पड़ सकते हैं और अन्य दो स्थान आईसीसी को सौंपे जा सकते हैं।

इस वर्ष अक्टूबर-नवंबर में टी-20 विश्व कप के आयोजन के चलते बीसीसीआई के पास आईपीएल का आयोजन करवाने के लिए 20 से 23 दिन का ही विंडो है और ऐसे में बीसीसीआई सीजन को पूरा करवाने के लिए कई डबल हेडर मुकाबलों का आयोजन कर सकता है। समय और आयोजन स्थल के अलावा बीसीसीआई और सभी फ्रेंचाइजी के लिए शेष सत्र के आयोजन के दौरान विदेशी खिलाड़ियों की उपलब्धता भी चिंता का विषय है, हालांकि वेस्ट इंडीज के खिलाड़ियोंके खेलने की उम्मीद है, क्योंकि सीपीएल 19 सितंबर को खत्म हो जाएगा और ऐसे ही दक्षिण अफ्रीका के खिलाड़ी भी खेलने आ सकते हैं, लेकिन क्रिकेट कैलेंडर के अलावा यहां अन्य और कारण भी हैं। 

उदाहरण के तौर पर दिल्ली कैपिटल्स की तरफ से खेले ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी स्टीव स्मिथ एक करोड़ रुपए के लिए आईपीएल में आने को लेकर बहुत ज्यादा उत्साहित नहीं हो सकते, जबकि ऑस्ट्रेलिया के पैट कमिंस और ग्लेन मैक्सवेल खुद को उपलब्ध करा सकते हैं, क्योंकि अगर वे लीग के दूसरे हिस्से में नहीं खेलते हैं तो उन्हें 7-8 करोड़ रुपए का नुकसान हो सकता है। उल्लेखनीय है कि कमिंस को कोलकाता नाइट राइडर्स ने 15.50 करोड़ और मैक्सवेल को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने 14.25 करोड़ रुपए में खरीदा था। बहरहाल आगामी महीनों में विदेशी खिलाड़ियोंकी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी, लेकिन बीसीसीआई की सर्वोच्च प्राथमिकता शेष लीग का मंचन करना होगा, क्योंकि वह ऐसा करने में विफल रहता है तो उसे भारी वित्तीय नुकसान होगा।