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नई दिल्ली: बजरंग पूनिया के ‘लेग डिफेंस' में सुधार दिखाई दिया जिसके बूते वह यहां शनिवार को एशियाई कुश्ती चैम्पियनशिप पुरूष फ्रीस्टाइल स्पर्धा के शुरूआती दिन तीन अन्य भारतीयों के साथ स्वर्ण पदक मैच में पहुंचे। बजरंग ने मजबूत प्रदर्शन करते हुए फाइनल तक केवल दो अंक गंवाये और अब उनका सामना जापान के ताकुतो ओटोगुरो से होगा जिनसे वह 2018 विश्व चैम्पियनशिप के फाइनल में भी भिड़े थे। 

बजरंग को पिछले कुछ समय से ‘लेग डिफेंस' और बड़ी बढ़त गंवाने में समस्या हो रही थी लेकिन शनिवार को इससे उन्हें कोई परेशानी नहीं हुई और वह 65 किग्रा में शुरू से मजबूत बने रहे। उन्होंने अपनी सारे मुकाबले तकनीकी श्रेष्ठता के बूते जीते जिसमें उन्होंने ताजिकिस्तान के जमशेद शारीफोव, उज्बेकिस्तान के एबोसा राखमोनोव और ईरान के अमीरहुसैन अजीम मागसौदी को शिकस्त दी। वहीं 57 किग्रा में रवि दहिया ने दमदार प्रदर्शन करते हुए जापान के युकी ताकाहाशी को 14-5 से मात देकर मंगोलिया के तुग्स बतजारगल को हराया।

सेमीफाइनल में उज्बेकिस्तान के नूरीस्लाम सनायेव उनके सामने जरा भी चुनौती पेश नहीं कर सके। अब उनका सामना ताजिकिस्तान के हिकमातुलो वोहिदोव से होगा। गौरव बालियान (79 किग्रा) और सत्यव्रत कादियान (97 किग्रा) भी स्वर्ण पदक मुकाबले में पहुंच गये हैं। आज पांच भारतीय खेलने उतरे जिसमें से केवल नवीन 70 किग्रा में फाइनल में पहुंचने से चूक गये और सेमीफाइनल में ईरान के अमीरहुसैन अली होसनेनी से 2-3 से हार गये। अब वह कांस्य पदक के लिये कजाखस्तान के मेरजान अशीरोव से भिड़ेंगे।